CRIME

मां के बाद बेटे की भी मौत, बेटी की हालत गंभीर

मां के बाद बेटे की भी मौत, बेटी की हालत गंभीर

— मायके पक्ष ने लगाया हत्या का आरोप

कानपुर, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । कल्याणपुर थाना क्षेत्र में दो दिन पहले एक महिला की मौत हो गई और मायके पक्ष ने दामाद पर हत्या का आरोप लगाया। मामला थाना तक पहुंचा तो दोनों पक्षों में समझौता हो गया, पर आरोप है कि पुलिस ने जबरन समझौता कराया। इधर रविवार को मृतक मां के बेटे की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वहीं बेटी की हालत गंभीर बनी हुई है और अस्पताल में भर्ती है। मायके पक्ष का आरोप है कि दामाद ने पहले बेटी की गला घोंटकर हत्या की और अब नाती व नातिन को जहर दे दिया, जिससे नाती की मौत हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी कल्याणपुर ने खुद जांच अपने हाथों में ले ली है।

ककवन थाना क्षेत्र के सकरवां गांव निवासी जितेन्द्र पत्नी विनीत (28), बेटा शनि (7) और तीन वर्षीय बेटी प्रीति के साथ कल्याणपुर थाना क्षेत्र के कश्यप नगर में रहता था। दो दिन पूर्व विनीत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस पर मृतका की मां रामदुलारी ने दामाद जितेन्द्र पर बेटी की साड़ी से गला घोंटकर हत्या करने का आरोप लगाया। मामला कल्याणपुर थाना तक पहुंचा और दोनों पक्षों में समझौता हो गया। इसके बाद जितेन्द्र अपने दोनों बच्चों को लेकर गांव चला गया और रविवार को संदिग्ध परिस्थितियों में बेटे शनि की मौत हो गई और बेटी प्रीति की हालत गंभीर बनी हुई है जो कल्याणपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती है। मायके पक्ष का आरोप है कि कल्याणपुर पुलिस ने दबाव में समझौता कराया और जितेन्द्र को दोनों बच्चे सौंप दिया। आरोप है कि जितेन्द्र ने दोनों बच्चों को जहर दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कल्याणपुर एसीपी अभिषेक पाण्डेय ने खुद जांच अपने हाथों में ले ली है।

एसीपी ने बताया कि मायके पक्ष के आरोपों की जांच की जा रही है, फिलहाल कल्याणपुर पुलिस ने ककवन पुलिस से संपर्क कर बच्चे के शव को कब्जे में ले लिया है। महिला के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका था। इसलिए विसरा सुरक्षित किया गया है। मामले में जांच की जा रही है। पुलिस ने समझौते के लिए कोई दबाव नहीं बनाया है दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से लिखित समझौता किया है।

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

मृतक बच्चे शनि की मौसी ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने शनिवार को कई बार फोन कर मायके पक्ष को थाने बुलाया और दबाव बनाकर लिखित में समझौता करा दिया। यही नहीं पुलिस ने बच्चों को पिता के हवाले कर दिया। अगर पिता जेल चला गया होता तो आज शनि की मौत न होती।

(Udaipur Kiran) / अजय सिंह / राजेश

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