धर्मशाला, 17 दिसंबर (Udaipur Kiran) ।
देश भर की विधानसभाओं में से केरल के बाद हिमाचल एक ऐसी विधानसभा है जहां सबसे अधिक बैठकें होती हैं। विपक्ष के आरोपों को लेकर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल विधानसभा में साल भर में 35 बैठकों का कार्यक्रम है जिसमें से अभी तक 27 बैठकें हो चुकी हैं। जबकि चार बैठकें शीत सत्र की होने वाली हैं। यानी इस साल 35 में से 31 बैठकें पूरी हो पाएंगी।
उन्होंने बताया कि साल में 35 बैठकों का कार्यक्रम रहता है लेकिन इनको कम या बढाने का अधिकार सरकार के पास रहता है। उन्होंने बताया कि वहीं अगर पिछले सत्रों की बात करें तो वर्ष 2017 में सिर्फ 23 बैठकें ही हो पाई थी। इसके अलावा वर्ष 2018 में सबसे अधिक 34, 2019 में 23, 2020 में 25, 2021 में 31, 2022 में 20, 2023 में 31 तथा 2024 में अब तक 27 बैठकें हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि देश भर में सभी विधानसभाओं के मुकाबले पहले स्थान पर केरल एक ऐसा राज्य है जहां सबसे अधिक बैठकें होती हैं वहीं हिमाचल दूसरे स्थान पर है जहां सबसे अधिक बैठकें होती हैं।
धर्मशाला में अब तक हो चुके हैं 18 सत्र, तपोवन में 17 सत्रों का आयोजन
धर्मशाला में शीतकालीन सत्रों के इतिहास की बात करें तो अब तक यहां कुल 18 सत्र हो चुके हैं जिनमें से सबसे पहला सत्र धर्मशाला कॉलेज के प्रयास भवन में हुआ था जबकि इसके बाद 17 सत्र अभी तक तपोवन में बने भवन में हो चुके हैं।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया