कोलकाता, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के जज सुभ्रदीप मित्रा की ओर से लिखा गया एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह पत्र कलकत्ता हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को लिखा गया है। इसमें जजों पर हमला करवाने की साजिश का आरोप बंगाल पुलिस पर लगाया गया है। इसे लेकर भाजपा के पश्चिम बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने सुप्रीम कोर्ट और बार काउंसिल आफ इंडिया से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने दावा किया कि राज्य पुलिस जजों को निशाना बनाना चाहती है।
सुभ्रदीप मित्रा ने पत्र में लिखा है कि पुलिस द्वारा पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामलों में लिए गए कुछ फैसलों से स्थानीय टीएमसी नेताओं को निराशा हुई। इसके बाद उन्होंने जजों पर हमला करने की साजिश रची। मालवीय ने कहा कि पहले राज्य पुलिस विपक्षी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाकर उन्हें जेल भेजने का काम करती थी, लेकिन अब पॉक्सो एक्ट का दुरुपयोग किया जा रहा है। हाल ही में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटना को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को भी पुलिस इसी कानून के तहत निशाना बना रही है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि जब पुलिस विपक्षी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने में असफल रही तो स्थानीय पुलिस अधिकारी ने अपराधियों को जजों के घर की बिजली काटकर अंधेरे में हमला करने की योजना बनाई। हालांकि, सतर्क सुरक्षा गार्ड ने इस हमले को नाकाम कर दिया। जजों ने पुलिस स्टेशन को सूचित किया लेकिन थानेदार ने घटनास्थल पर पहुंचने से इनकार कर दिया, जबकि जजों का निवास स्थान पुलिस स्टेशन के बिल्कुल पास ही था।
भाजपा नेता मालवीय ने कहा है कि यह घटना बेहद चिंताजनक है और न्यायपालिका के सम्मान और सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट, कलकत्ता हाई कोर्ट और बार काउंसिल ऑफ इंडिया को इस पर तुरंत ध्यान देना चाहिए। दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि न्यायपालिका में जनता का विश्वास बहाल हो सके।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर