CRIME

डीएलबी के बाद अब एसीबी ने जारी किया महापौर मुनेश गुर्जर को नोटिस

मुनेशा ्

19 सितंबर को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा

जयपुर, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । नगर निगम हेरिटेज महापौर की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। डीएलबी के बाद अब एसीबी ने महापौर मुनेश गुर्जर को नोटिस जारी किया है। नोटिस में 19 सितंबर को महापौर को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है। नगर निगम ऑफिस में मुनेश गुर्जर के नाम नोटिस जारी किया गया। इसमें लिखा- भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत अपराध प्रमाणित पाया गया है। इसके बाद स्वायत्त शासन विभाग द्वारा आपके खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मिली है। हाई कोर्ट ने भी आपके खिलाफ दो सप्ताह (19 सितंबर तक) में चालान पेश करने के आदेश जारी कर रखे हैं। ऐसे में आपको 19 सितंबर सुबह 10 बजे न्यायालय में पहुंचने के लिए पाबंद किया जाता है।

गौरतलब है कि मुनेश गुर्जर के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी देने को रिकॉर्ड पर लेकर दो सप्ताह बाद सुनवाई होनी है। सोमवार को जस्टिस एनएस ढड्ढा ने यह निर्देश सुधांशु सिंह ढिल्लन की याचिका पर दिया था। इसके बाद डीएलबी ने एक्शन लेकर बुधवार को नोटिस जारी किया था। नोटिस में डीएलबी ने मुनेश पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप पर जवाब मांगा है। इसके लिए तीन दिन का समय दिया था। ऐसे में ये माना जा रहा है कि इसके बाद बड़ा एक्शन हो सकता है। बुधवार को स्थानीय निकाय विभाग के उप निदेशक विनोद पुरोहित ने मेयर मुनेश गुर्जर को धारा 39 (1), राजस्थान नगर पालिका अधिनियम, 2009 के तहत नोटिस जारी कर पूछा है कि ‘आपको भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा पट्टा जारी करने की एवज में 2 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेने के आरोप से आरोपित किया गया है। आपके पति सुशील गुर्जर और अन्य को गिरफ्तार भी किया है।

उस मामले में अधोहस्ताक्षरकर्ता को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। ऐसे में आप मामले से संबंधित सभी तथ्यों, लिखित कथन मय दस्तावेज साक्ष्य आदि सहित 3 दिवस में अधोहस्ताक्षरकर्ता के समक्ष प्रस्तुत कर दें।

चालान पेश करने के लिए 2 सप्ताह का समय

राजस्थान हाईकोर्ट ने मुनेश गुर्जर के खिलाफ चालान पेश करने के लिए 2 सप्ताह का समय दिया। कोर्ट में मुनेश गुर्जर के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी देने की रिकॉर्ड पर लेकर सुनवाई दो सप्ताह बाद होगी। जस्टिस एनएस ढड्डा ने यह निर्देश सोमवार को सुधांशु सिंह ढिल्लन की याचिका पर दिया था। मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर की पट्टे बनाने की एवज में 41 लाख रुपए की रिश्वत मामले में गिरफ्तारी हुई थी। उन पर आरोप था कि पट्टे जारी करवाने के लिए दो दलालों के जरिए रिश्वत मांगी गई थी। सुशील के साथ दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे को भी गिरफ्तार किया था। उस वक्त एसीबी ने मेयर के घर से तलाशी ली तो पट्टे की फाइलें मिली थीं। साथ ही 41 लाख रुपए नकद मिले थे। वहीं नारायण सिंह के घर से भी 8.95 लाख रुपए मिले थे। तब से ही एसीबी की ओर से इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।

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(Udaipur Kiran) / राजेश

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