सहरसा, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।
अधिवक्ताओं के उपर हो रहें जानलेवा तथा हत्या के विरोध में मंगलवार को आक्रोश मार्च निकाल डीएम को ज्ञापन सौपा गया। अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष सुदेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में आयोजित आक्रोश मार्च में बड़ी संख्या में अधिवक्ता शामिल हुए।
जिला में अपराधियों का मनोवल इस कदर वढ़ गया है कि सम्मानित अधिवक्तागण के साथ भी अपराध करने से परहेज नहीं करते है।वही न्यायालय में, अधिवक्ता के धर पर एवं रास्ते में कहीं भी अधिवक्ता गण सुरक्षित नहीं है। अपराधियों के गलत एवं कुकृत्य के कारण पुलिस प्रशासन एवं सामान्य प्रशासन भी वदनाम हो रहा है और ससमय अधिवक्ताओ के विरूद्ध किए जा रहे गलत अपराध के विरूद्ध ठोस एवं त्वरित कार्यवाही नहीं हो रही है। इसका ज्वलन्त उदाहरण की घटना है जिसमें अधिवक्ता दुलारचन्द्र शर्मा जो पेश से अधिवक्ता थे।
व्यवहार न्यायालय, सहरसा विधि व्यवसाय के लिए आ रहे थे कि रास्ते में भौड़ा चौक पर अपराधियों ने उनकी हत्या कर दी । उसी तरह वरीय अधिवक्ता लीलाधर शर्मा अन्य दिनों की भांति विधि व्यवसाय कर जब घर वापस जा रहे थे तो रास्ते में समय करीब 7.30 बजे संध्या में अपराधियों ने लीलाधर शार्मा की हत्या करने की उद्देश्य से उस पर जानलेवा हमला किया। जिसके लिए सहरसा थाना काण्ड संख्या-574/024 दर्ज हुआ । लेकिन अभी तक सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी । इतना ही नही अपराधियों ने खाले रूप से एकता कुमारी के निवास स्थल पर जाकर धर घुसकर जान लेवा हमला किया तथा उसे बचाने आयी उनकी माता को तीन मंजिला छत से नीचे फेक दिया गया। जो जीवन भर के लिए अपाहिज हो गई है।
उक्त घटना के लिए भी सहरसा थाना काण्ड सं 1082/24 दर्ज हुआ। जिसमें सारे अभियुक्तों का नाम भी उजागर हुआ, लेकिन सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित नहीं हो सकी । उपरोक्त परिस्थितियों के अवलोकन से यह स्पष्ट हो रहा है कि या तो अपराधियों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है या अपराधियों से पुलित डरती है। जो चिन्ता का विषय है । अधिवक्तागण आम जन को न्याय दिलाने के लिए दिन रात लगे रहते है लेकिन हम अधिवक्ता कहीं सुरीक्षत नहीं है। जिस पर भी प्रशासनिक दृष्टि से चिंतन और समस्याओं का समाधान आवश्यक है। हम अधिवक्ता गण अपराधियों के विरूद्ध न्याय चाहत है जो श्रीमान् के स्तर से ही संभव है ।
इस मौके पर आदित्य ठाकुर, लुकमान अली,ज्योति कुमार सिंह, मणि झा, उमेश प्रसाद यादव, गोपीकांत, पवन कुमार, देवनारायण प्रसाद, प्रवीण कुमार, अमरेंद्र कुमार, अलका कुमारी, संगीता सिंह, सौरभ कुमार, अंकित कुमार,आनंद कुमार,अरुण कुमार, विद्यानंद सिंह, हरिनंदन प्रसाद सिंह एवं अनिल कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / अजय कुमार