
जातिविहीन भारत की दिशा में सुप्रीम कोर्ट का फैसला काफी अहम
हिसार, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । जातिविहीन भारत अभियान के प्रमुख एडवोकेट वजीर सिंह ने कहा है कि माननीय उच्चतम न्यायालय की सात जजों की खंडपीठ ने हाल ही में पंजाब सरकार बनाम देवेंद्र सिंह मामले में जो फैसला दिया है, वह एक साहसिक और ऐतिहासिक फैसला है। यह फैसला समतावादी समाज के निर्माण में अहम योगदान देगा।
एडवोकेट वजीर सिंह ने कहा कि इस फैसले में अनुसूचित वर्ग के उप-वर्गीकरण को संविधान सम्मत बताया गया है। कुछ जातियां स्वतंत्रता के बाद राजनीतिक दृष्टि से जागरूक होने की वजह से आरक्षण का बड़ा भाग लेकर अनुसूचित समाज में आगे बढ़ गए हैं और कुछ अनुसूचित जाति वर्ग की जातियां आज भी बेहद भेदभाव व खास व्यवसाय के कारण निचले पायदान पर ही खड़ी हैं और वह इसका लाभ नहीं ले सकी। अब भविष्य में आगे बढ़ी हुई जातियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर पाना उनके सामर्थ्य में नहीं है अर्थात उनका भविष्य निश्चित रूप से इस पायदान पर ही रहेगा जो कि बाबा साहेब के समतावादी समाज की धारणा के बिल्कुल विपरीत है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब की विचारधारा का गहन विचार करने के बाद ही, जो कि निर्णय को विस्तार से पढ़ने से पता चलता है, उच्चतम न्यायालय की खंडपीठ ने सही निर्णय दिया है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर / SANJEEV SHARMA
