
जम्मू, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) । पशु चिकित्सा सहायक शल्य चिकित्सक पदों के लिए पीड़ित अभ्यर्थियों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए जम्मू-कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष सत शर्मा ने जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग (जेकेपीएससी) से उनकी शिकायतों को सहानुभूति और तत्परता से दूर करने का आग्रह किया है। शर्मा की यह टिप्पणी तब आई जब अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा मुख्यालय में उनसे मुलाकात की और 12 जनवरी, 2025 को हाल ही में आयोजित लिखित परीक्षा से संबंधित मुद्दों के संबंध में उनके हस्तक्षेप की मांग की। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि परीक्षा में 60 प्रतिशत से अधिक प्रश्न निर्धारित पाठ्यक्रम से बाहर थे।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि पशु चिकित्सा सहायक शल्य चिकित्सकों के लिए पाठ्यक्रम का पालन नहीं किया गया था क्योंकि प्रश्नपत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा पशु चिकित्सा सहायक प्रोफेसरों (पशु चिकित्सा प्रौद्योगिकी) के पाठ्यक्रम से ओवरलैप हो गया था – जो जेकेपीएससी द्वारा आयोजित एक अन्य परीक्षा है। उन्होंने तर्क दिया कि इससे भर्ती प्रक्रिया की निष्पक्षता से समझौता हुआ है और इससे पद हासिल करने की उनकी संभावनाओं को नुकसान हो सकता है।
इसके अलावा उम्मीदवारों ने परीक्षा के सामान्य ज्ञान खंड में विसंगतियों की ओर इशारा किया। विज्ञापन में निर्दिष्ट किया गया था कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर 20 प्रश्न सामान्य ज्ञान से संबंधित होंगे लेकिन केवल 7 प्रश्न इस दिशानिर्देश का पालन करते थे। उन्होंने तर्क दिया कि इस तरह के विचलन पारदर्शिता और न्याय के सिद्धांतों का उल्लंघन करते हैं जिन्हें जेकेपीएससी द्वारा बनाए रखने की उम्मीद है।
सत शर्मा ने धैर्यपूर्वक उनकी चिंताओं को सुना और प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वह उम्मीदवारों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए जेकेपीएससी के साथ इस मामले को उठाएंगे। उन्होंने निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा प्रक्रिया की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा योग्य उम्मीदवारों को प्रक्रियात्मक खामियों के कारण अवसरों से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। जेकेपीएससी को अपनी विश्वसनीयता और न्याय के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए इस मुद्दे को प्राथमिकता के आधार पर हल करना चाहिए।
भाजपा उपाध्यक्ष और विधायक युद्धवीर सेठी, भाजपा प्रवक्ता बलबीर राम रतन और पूर्व एमएलसी शहनाज गनई भी बैठक के दौरान मौजूद थे। उन्होंने सभी उम्मीदवारों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता दोहराई और उम्मीदवारों के हितों की वकालत करने में अपना समर्थन देने का वचन दिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
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