जम्मू, 24 नवंबर (Udaipur Kiran) । भाजपा प्रवक्ता और जम्मू की पूर्व उप महापौर एडवोकेट पूर्णिमा शर्मा ने जम्मू क्षेत्र के खिलाफ भेदभाव की अपनी पुरानी नीति को जारी रखने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) सरकार की कड़ी आलोचना की है।
रविवार को यहां मीडिया को दिए गए एक तीखे बयान में एडवोकेट पूर्णिमा ने 10+2 लेक्चरर पदों के लिए हाल ही में जारी विज्ञापन में पक्षपातपूर्ण दृष्टिकोण की ओर इशारा किया जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि जानबूझकर जम्मू क्षेत्र के उम्मीदवारों को दरकिनार किया गया।
जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग (पीएससी) द्वारा जारी विज्ञापन में हिंदी और संस्कृत जैसे आवश्यक भाषा विषयों को छोड़ दिया गया जबकि कश्मीर में पसंद किए जाने वाले विषयों को प्राथमिकता दी गई। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह एनसी के स्थायी पक्षपात को रेखांकित करता है जो कश्मीर के बाहर के क्षेत्रों के हितों की लगातार उपेक्षा करता है।
उन्होंने कहा उमर अब्दुल्ला दावा करते हैं कि उनकी सरकार सभी के लिए समान विकास और न्याय के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन उनके कार्य कुछ और ही कहानी बयां करते हैं। 10+2 व्याख्याताओं के लिए हाल ही में जारी विज्ञापन जिसमें हिंदी और संस्कृत की उपेक्षा करते हुए अरबी और फारसी जैसे विषयों को भी प्राथमिकता दी गई है इस पाखंड का एक स्पष्ट उदाहरण है। उन्होंने आगे कहा जम्मू क्षेत्र में इस तरह का भेदभाव अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समय बदल गया है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा