
गुवाहाटी, 23 मई (Udaipur Kiran) । राज्य में फरवरी में आयोजित एडवांटेज असम 2.0 सम्मेलन और आज नई दिल्ली में संपन्न रायजिंग नॉर्थ-ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट 2025 ने असम सहित पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में निवेश और बुनियादी ढांचे के विकास को एक नई दिशा दी है। भारतीय जनता पार्टी, असम ने शुक्रवार को एक बयान जारी करते हुए यह दावा किया कि ये दोनों आयोजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के तहत क्षेत्र के समग्र विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता मनोज बरुवा ने बताया कि एडवांटेज असम 2.0 के दौरान 22,900 करोड़ रुपये की एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे और अब इनकी धरातल पर क्रियान्वयन की दिशा में राज्य सरकार 20 बड़े प्रोजेक्टों को आगे बढ़ा रही है। इन परियोजनाओं से राज्य के कृषि, व्यापार और औद्योगिक क्षेत्रों में व्यापक संभावना के द्वार खुले हैं।
उदाहरणस्वरूप, ग्वालपाड़ा के माटिया में कोहिनूर पल्प एंड पेपर प्राइवेट लिमिटेड और आरपीएम स्पेशलिटी प्राइवेट लिमिटेड के 1,800 करोड़ रुपये की लागत वाले दो प्रोजेक्टों पर कार्य शुरू हो चुका है। वहीं, चांगसारी में एसकेजे क्लीन एनवायर वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 137 करोड़ रुपये की लागत से प्लास्टिक री-साइक्लिंग प्रोजेक्ट की स्थापना दिसंबर से शुरू होगी। इसके अलावा हाइड्रोजन और तीन एथेनॉल कंपनियों के साथ एमओयू के क्रियान्वयन की दिशा में भी पहल की जा रही है।
शुक्रवार काे नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित रायजिंग नॉर्थ-ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट- 2025 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पूर्वोत्तर के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का परिचय देते हुए कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर और उद्योगों के क्षेत्र में व्यापक निवेश को सुनिश्चित करने का संदेश दिया गया।
भाजपा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व में एडवांटेज असम 2.0 द्वारा शुरू की गई बहुआयामी विकास यात्रा को रायजिंग नॉर्थ-ईस्ट के माध्यम से राष्ट्रीय और खासकर पूर्वोत्तर स्तर पर और अधिक गति मिलेगी। पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए दिखाए गए संवेदनशील दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता के लिए हार्दिक आभार प्रकट किया है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
