कानपुर, 20 जनवरी (Udaipur Kiran) । आईआईटी और सिटाडेल सिक्योरिटीज ने आईआईटी कानपुर में ट्रांसलेशनल एंड ट्रांसफॉर्मेटिव ट्रेनिंग एंड इन्वेस्टिगेशन लैब (टीथ्रीआई लैब) स्थापित करने के लिए एक नई साझेदारी की घोषणा की। यह लैब आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग का हिस्सा होगी और दुनिया भर में उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकी और कंप्यूटिंग शिक्षा तक पहुंच में सुधार करने के लिए फर्म के काम के हिस्से के रूप में सिटाडेल सिक्योरिटीज सीएसआर अनुदान द्वारा समर्थित होगी। यह जानकारी सोमवार को मीडिया प्रभारी रूचा खेडकर ने दी।
टीथ्रीआई लैब छात्रों को विश्व स्तरीय शोध सुविधाओं और ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (जीपीयू) तक पहुंच प्रदान करेगी। जो एक महंगा संसाधन है। जिसकी भारत में बहुत मांग है। लैब हाई-परफॉरमेंस कंप्यूटिंग, डेटा साइंस, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन, ट्रांसलेशनल एआई, मशीन, लर्निंग और इंटेलिजेंट सिस्टम में शोध और शिक्षा को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगी। यह कंप्यूटर आर्किटेक्चर डिज़ाइन और हार्डवेयर सुरक्षा में नवाचार को भी बढ़ावा देगा। जिससे आईआईटी कानपुर और उसके छात्रों को इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उभरते शोध और विकास में सबसे आगे रहने में सहायता मिलेगी।
आईआईटी निदेशक प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि इस साझेदारी के माध्यम से आईआईटी कानपुर में उन्नत जीपीयू लैब की स्थापना हमारे छात्रों और संकाय को दूरगामी प्रभाव वाले समाधानों को आगे बढ़ाने में सक्षम बनाकर हमारे शोध और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगी। संस्थान की ओर से, मैं इस दृष्टिकोण का समर्थन करने और प्रौद्योगिकी के भविष्य को आकार देने वाली तकनीकी प्रगति की आशा करने के लिए सिटसेक की प्रतिबद्धता के लिए अपना आभार व्यक्त करता हूं।
—————
(Udaipur Kiran) / Rohit Kashyap