बलौदाबाजार, 22 जनवरी (Udaipur Kiran) । पतंग में उपयोग किये जाने वाले खतरनाक चाइनीज मांझे क़ी बिक्री को लेकर जिला प्रशासन कड़ाई से निगरानी कर रही है।
कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर नगरपालिका एवं राजस्व क़ी टीम द्वारा मंगलवार एवं बुधवार को बलौदाबाजार, भाटापारा, पलारी सहित जिले के अन्य शहरों के बाजारों और पतंग दुकानों क़ा निरीक्षण किया गया। टीम को किसी दुकान में चाइनीज मांझे बेचने या दुकान में रखे जाने क़ी पुष्टि नहीं मिली। दुकानदारों को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी गई है कि वे चाइनीज मांझे की बिक्री न करें। चाइनीज मांझे की बिक्री करते हुए पाया गया तो सबंधित दुकान पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि, पतंग उड़ाने के लिए दो तरह के मांझे का इस्तेमाल किया जाता है। पहला सूती मांझा और दूसरा चाइनीज मांझा। सूती मांझे की तुलना में चाइनीज मांझा ज्यादा खतरनाक होता है। चाइनीज मांझा नायलॉन के धागे से बना होता है और इस पर कांच या मैटेलिक पाउडर की परत चढ़ाई जाती है। यही वजह है कि इसमें धार ज्यादा होती है और इसका त्वचा पर असर बहुत जल्दी दिखाई पड़ता है।
(Udaipur Kiran) / गायत्री प्रसाद धीवर