Madhya Pradesh

अपर मुख्य सचिव डॉ.राजौरा ने उज्जैन संभाग की संभागीय समीक्षा बैठक ली

अपर मुख्य सचिव ने ली संभागबके जनप्रतिनिधियों की बैठक

उज्जैन, 3 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । अपर मुख्य सचिव डॉ.राजेश राजौरा ने उज्जैन संभाग की समीक्षा बैठक जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में सोमवार को प्रशासनिक संकुल भवन के सभा कक्ष में ली। बैठक में जन प्रतिनिधियों द्वारा संभाग के महत्वपूर्ण विषयों पर अपने सुझाव दिये गये।

बैठक में उज्जैन के विधायक तेजबहादुर सिंह चौहान, जितेन्द्र पण्ड्या, अनिल जैन कालूहेडा, महेश परमार, दिनेश जैन बोस, नीमच के विधायक दिलीप सिंह परिहार, ओमप्रकाश सकलेचा, मंदसौर के विधायक विपीन जैन, हरदीप सिंह डंग, चंदर सिंह सिसौदिया, आगर-मालवा के विधायक माधव सिंह (मधु गेहलोत), देवास की विधायक गायत्री राजे पंवार, राजेश सोनकर, मनोज चौधरी, आशीष शर्मा, शाजापुर के विधायक अरूण भीमावत, रतलाम के विधायक मथुरालाल डामर, राजेन्द्र पांडे, उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल उपस्थित थे।

डॉ. राजौरा ने बैठक में संभाग के सभी जिलो के कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत, संभागीय व जिला अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनता के हित से जुड़े सभी कार्यों पर सभी संबंधित अधिकारी विशेष ध्यान दे। जल जीवन मिशन के अंतर्गत रोड़ रिस्टोरेशन के कार्यों की सतत मॉनिटरिंग कर सभी रिस्टोरेशन कार्य मार्च 2025 तक पूर्ण किए जाए। रोड़ रिस्टोरेशन के पूर्ण कार्यों का पुन: निरीक्षण अगले एक सप्ताह में जनप्रतिनिधियों एवं एसडीएम की टीम के साथ किए जाने के पश्चात ही कार्य पूर्णता का सर्टिफिकेट दिया जाए। जल जीवन मिशन अंतर्गत रोड़ रिस्टोरेशन, रोड़ खुदाई एवं योजना के संपूर्ण कार्यों की जानकारी सतत रूप से स्थानीय विधायकों को दी जाए। डॉ.राजौरा ने संभागायुक्त संजय गुप्ता को निर्देशित किया कि सभी जिला कलेक्टर से सुनिश्चित करवाएं कि सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण व समयावधि में हो। कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की जाए। जिला कलेक्टर प्रत्येक माह जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर सभी विभागों के प्रमुख मुददों पर समन्वय स्थापित करें।

जल जीवन मिशन अंतर्गत कार्यरत एजेंसियों के कार्यों की सतत मॉनिटरिंग कर कार्य तीव्र गति से मापदण्ड व अनुबंध की शर्तों अनुसार करवाना सुनिश्चित करें। डिफॉल्टर एजेंसियों पर ब्लेक लिस्ट व टर्मिनेशन की सख्त कार्यवाही की जाए। सभी कलेक्टर यह सुनिश्चित करें कि पूर्व में प्रगतिरत रोड़ रिस्टोरेशन के कार्य पूर्ण न होने तक नई खुदाई के कार्य प्रारंभ न किए जाए और प्रत्येक पखवाड़े में जल जीवन मिशन की जानकारी बैठक के माध्यम से जनप्रतिनिधियों को प्रदान करें।

बैठक में ऊर्जा विभागांतर्गत केबल, ट्रांसफॉर्मर, डीपी को समय-समय पर बदले जाने के कार्य का भौतिक सत्यापन जनप्रतिनिधियों के साथ कराए जाने के निर्देश दिए गए। विद्युत संबंधी रख-रखाव की जानकारी आमजन को पहले से प्रदान की जाए। अस्थाई कनेक्शन के कारण अतिरिक्त दाब के कारण बार-बार डीपी को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए स्थाई हल निकाला जाए। प्रत्येक माह जिला सलाहकार समितियों के माध्यम से विद्युत विभाग जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर आवश्यक जानकारी प्रदान करें।

बैठक में लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा में डॉ.राजौरा ने निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटना से बचाव के लिए सड़क के दोनों तरफ लेबलिंग के कार्य पश्चात ही कार्य पूर्णता का प्रमाण-पत्र दिया जाए। वर्षा ऋतु में सड़कों के रख-रखाव की कार्ययोजना पर अभी से कार्य कर विशेष ध्यान दिए जाए। सड़क निर्माण में जो क्षेत्र वन विभाग के अधिकार में आ रहे हैं वहां निर्माण कार्य के लिए संबंधित विभाग से एनओसी समय पर प्राप्त कर ली जाए।

बैठक में नगर निगम सभापति कलावती यादव ने कहा कि सिंहस्थ 2028 दृष्टिगत निर्माणरत कार्यों की सतत मॉनिटरिंग कर सभी कार्य समयावधि में पूर्ण होना सुनिश्चित किए जाए। उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने जानकारी दी कि स्वामित्व योजना में संभागायुक्त श्री गुप्ता के निर्देशन में उज्जैन जिले व संभाग ने प्रदेश में शत प्रतिशत हितग्राहियों को भू-अधिकार प्रदाय किए गए हैं।

बैठक में लोक निर्माण विभाग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, जल संसाधन विभाग, पीआईयू, स्वास्थ्य विभाग निर्माण कार्य, उच्च शिक्षा विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, स्मार्ट सिटी, मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल, राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की गई।

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(Udaipur Kiran) / ललित ज्‍वेल

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