– उप मुख्यमंत्री ने एशियन डेवलपमेंट बैंक के प्रतिनिधि मंडल से सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में किया विमर्श
भोपाल, 19 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) द्वारा विगत कई वर्षों से जनहित के कार्यों में सहयोग प्रदान किया जा रहा है। एडीबी का वैश्विक अनुभव और सहयोग मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने में सहयोगी होगा। उप मुख्यमंत्री शुक्ल से गुरुवार को मंत्रालय वल्लभ भवन में एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य भेंट कर स्वास्थ्य क्षेत्र में मध्यप्रदेश के साथ सहयोग के विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए विभिन्न अंतःक्षेपों पर किया गया मंथन
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए एडीबी प्रतिनिधि मंडल से विभिन्न अंतःक्षेपों पर मंथन किया। एडीबी प्रतिनिधि मंडल द्वारा संचारी, ग़ैर-संचारी रोगों के नियंत्रण, टीबी के उन्मूलन के लिए उन्नत डायग्नोस्टिक और नवीनतम उपचार प्रणाली में सहयोग सहित स्वास्थ्य नीतियों के सशक्तीकरण के लिए विभिन्न देशों में एडीबी द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। साथ ही विभिन्न राज्यों में स्वास्थ्य क्षेत्र में एडीबी द्वारा किए जा रहे सहयोग पर विस्तार से चर्चा कर मध्यप्रदेश में सहयोग के क्षेत्रों पर विमर्श किया गया। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में एडीबी द्वारा विगत 25 वर्षों में ऊर्जा, अधोसंरचना, शहरी विकास आदि क्षेत्रों में सहयोग प्रदान किया गया है।
शिक्षा और स्वास्थ्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सशक्त और दूरदर्शी नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था सशक्त हुई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य प्रधानमंत्री श्री मोदी के सर्वोच्च प्राथमिकता के विषय हैं। बच्चों और युवाओं को उत्कृष्ठ शिक्षा और हर नागरिक तक सहज, सुलभ चिकित्सकीय सेवाओं की उपलब्धता के लिए जन-कल्याणकारी योजनाएँ संचालित हैं। इन सेवाओं की सशक्त और सहज उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सतत प्रयास हो रहे हैं ।
स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के निरंतर हो रहे प्रयास
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अधोसंरचना विस्तार और अत्याधुनिक उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने में निजी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पीपीपी मोड पर 12 ज़िलों में मेडिकल कॉलेज स्थापना के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में कुशल मैनपावर उपलब्धता के लिए एमबीबीएस और विशेषज्ञ कोर्स की सीट में वृद्धि की गयी है। आगामी 2 वर्षों में स्वास्थ्य क्षेत्र में 25 हज़ार से अधिक मैनपावर की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है। ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषज्ञ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं ।
एडीबी के प्रतिनिधि मंडल में डायरेक्टर हेल्थ (ह्यूमन एंड सोशल डेवलपमेंट साउथ एशिया) एडीबी डॉ. एडवर्डो बंजॉन, डायरेक्टर (ह्यूमन एंड सोशल डेवलपमेंट साउथ एशिया) एडीबी श्रीमती जी. सून सांग, प्रमुख स्वास्थ्य विशेषज्ञ एडीबी डॉ. दिनेश अरोड़ा और वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञ एडीबी डॉ. निशांत जैन शामिल थे। बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री संदीप यादव, आयुक्त स्वास्थ्य श्री तरुण राठी, अपर आयुक्त चिकित्सा शिक्षा डॉ. पंकज जैन, ऐग्पा के एडिशनल सीईओ श्री लोकेश शर्मा सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत