
-सीबीएसई में 12वीं का रिजल्ट रहा 100 फीसदी
अहमदाबाद, 14 मई (Udaipur Kiran) । अदाणी विद्या मंदिर अहमदाबाद (एवीएमए) के लिए यह दुगनी खुशी का मौका है। 2008 से यह स्कूल ऐसे होनहार बच्चों को शिक्षा दे रहा है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। 13 मई को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) कक्षा 12वीं के रिजल्ट की घोषणा के साथ ही एवीएमए ने नाबेट की रैंकिंग में 250 में से 232 अंक हासिल किए हैं। यह स्कूल अब देश के बेहतरीन स्कूलों की सूची में शामिल हो गया है और वंचित श्रेणी के स्कूलों में टॉप पर है। यह रैंकिंग क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) के तहत आने वाले नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (नाबेट) द्वारा दी गई है।
इससे पहले 2020 में, एवीएमए क्यूसीआई के तहत नाबेट द्वारा मान्यता प्राप्त करने वाला देश का पहला निःशुल्क स्कूल बना था। सीबीएसई के 12वीं के नतीजे इस उपलब्धि को और खास बनाते हैं। स्कूल का रिजल्ट 100% रहा और सभी 95 छात्रों को प्रथम श्रेणी मिली। ह्यूमैनिटीज स्ट्रीम से अलवीना रॉय और साइंस स्ट्रीम से जय बवास्कर ने 97.6% अंक हासिल किए। फरवरी में एवीएमए को ‘स्कूल फॉर अंडरप्रिविलेज्ड/राइट टू एजुकेशन (आरटीई) इम्प्लीमेंटेशन’ श्रेणी में ‘राष्ट्रीय विजेता’ चुना गया और ‘समग्र शिक्षा अवार्ड’ भी मिला।
एवीएमए ने यूनाइटेड नेशंस के 2015 में तय किए गए सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (एसडीजी) को अपने पाठ्यक्रम में शामिल किया है, जिससे छात्रों को वैश्विक दृष्टिकोण मिल सके। यह स्कूल प्रतिष्ठित संस्थाओं जैसे यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रन इमरजेंसी फंड (यूनिसेफ), गुजरात साइंस सेंटर और सिंगापुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन (एनआईई) के साथ भी मिलकर काम करता है। पिछले तीन वर्षों से ये संस्थाएं मिलकर भारतीय संदर्भ को ध्यान में रखते हुए एसटीइएम (विज्ञान, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और गणित) आधारित पाठ्यक्रम विकसित कर रही हैं।
एवीएमए को मिले विशेष सम्मान में इंटरनेशनल ग्रीन स्कूल अवॉर्ड, जो ग्रीन मेंटर्स द्वारा कॉर्नेल यूनिवर्सिटी, न्यूयॉर्क (यूएसए) में प्रदान किया गया और ‘काइंडनेस स्कूल’ का सर्टिफिकेट, जो रैंडम एक्ट्स ऑफ काइंडनेस संस्था द्वारा दिया गया, शामिल हैं। ये सम्मान स्कूल की पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता और शिक्षा में करुणा व मानवता को महत्व देने की सोच को दर्शाते हैं।
अदाणी विद्या मंदिर के चार कैंपस हैं, अहमदाबाद और भद्रेश्वर (गुजरात), सरगुजा (छत्तीसगढ़) और कृष्णपट्टनम (आंध्र प्रदेश)। इन स्कूलों में 3,000 से अधिक छात्र पढ़ते हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय
