

अदाणी परिवार नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं का करेगा सहयोग
अहमदाबाद, 5 फरवरी (Udaipur Kiran) । अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी के छोटे बेटे जीत अदाणी की शादी से पहले अदाणी परिवार ने ‘मंगल सेवा’ की घोषणा की है, जिसके तहत नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं को सहायता प्रदान की जाएगी। इसके तहत हर साल 500 दिव्यांग महिलाओं को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। अपनी शादी से ठीक दो दिन पहले जीत अदाणी ने अपने घर पर 21 दिव्यांग नव-दंपतियों से मुलाकात की और इस पहल की शुरुआत की।
जीत अदाणी 7 फरवरी 2025 को दिवा शाह से गुजरात के अहमदाबाद में शादी करने जा रहे हैं। बेटे की शादी से पूर्व “सेवा साधना है, सेवा प्रार्थना है और सेवा ही परमात्मा है” की अपनी समाजसेवी सोच काे गौतम अदाणी ने अपने साेशल मीडिया अकाउंट एक्स पर इसकी खुशी जाहिर की। उन्होंने अपनी पाेस्ट में बताया कि उनके बेटे जीत और बहू दिवा एक पुण्य संकल्प के साथ अपना सफर शुरू करने जा रहे हैं। इसकाे लेकर उन्होंने ‘मंगल सेवा’ के जरिए हर साल 500 नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का संकल्प लिया है।
उन्होंने आगे कहा कि इस पवित्र पहल से कई दिव्यांग बेटियों और उनके परिवारों का जीवन सम्मान और खुशी से भर जाएगा। उन्होंने जीत और दिवा को सेवा मार्ग पर आगे बढ़ते रहने का आशीर्वाद दिया।
फिलहाल जीत अदाणी, अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स के निदेशक हैं, जो भारत की सबसे बड़ी एयरपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी है और 8 एयरपोर्ट का प्रबंधन और विकास कर रही है। इसके अलावा वह अदाणी ग्रुप के डिफेन्स, पेट्रोकेमिकल्स और कॉपर बिजनेस की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। साथ ही वह समूह के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का नेतृत्व भी कर रहे हैं। अपनी मां डॉ. प्रीति अदाणी से प्रेरित होकर, जिन्होंने अदाणी फाउंडेशन को एक छोटे ग्रामीण प्रोजेक्ट से एक वैश्विक सामाजिक परिवर्तन संस्था में बदलने वाली साेच के
साथ बेटे जीत अदाणी भी समाजसेवा में गहरी रुचि रखते हैं। खासतौर पर वे दिव्यांगों की सहायता के लिए काम करना चाहते हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय
