नई दिल्ली, 3 दिसंबर (Udaipur Kiran) । लोकसभा में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने शून्य काल के दौरान संभल हिंसा का मुद्दा उठाया। उन्होंने हिंसा के लिए पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि घटना से जुड़े अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
समाजवादी पार्टी के नेता के बयान के दौरान सत्ता पक्ष की ओर से सांसदों ने विरोध जताया। उनके बयान के बाद कांग्रेस के उज्ज्वल रमण सिंह ने सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से मामले की जांच कराए जाने की मांग की।
सपा नेता ने कहा कि संभल में सदियों पुराने आपसी भाईचारे को साजिश के तहत तोड़ने की कोशिश की गई है। अगर इसी तरह से भाजपा और उसके समर्थक लोग जगह-जगह पर खुदाई की मांग करते रहेंगे तो देश आपसी सौहार्द्र और गंगा-जमुनी तहजीब खो देगा।
सपा नेता ने घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि स्थानीय लोगों को पुलिस ने भड़काया है, जिसका वीडियो भी सबके सामने हैं। इस हिंसा में पांच मासूमों ने अपनी जान गंवा दी।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा