
सोनीपत, 5 मई (Udaipur Kiran) । सोनीपत जिले के पबसरा गांव में साल 2023 में हुए विकास कार्यों
में 2.48 लाख रुपये की राशि का गबन सामने आया है, जिसमें सरपंच, ग्राम सचिव और जूनियर
इंजीनियर की संलिप्तता पाई गई। जांच में दोष सिद्ध होने के बावजूद जिला प्रशासन ने
अब तक कोई कड़ी कानूनी कार्रवाई नहीं की है।
गांव में श्मशान स्थल के रास्ते, गली और पुलियों का निर्माण
तथा चौपाल की मरम्मत जैसे कार्यों में फर्जी बिल लगाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया
गया। ग्रामीणों की शिकायत पर जांच कमेटी गठित की गई, जिसने सरपंच पंकज कुमार, सचिव
मनीष और जेई अमीर सिंह को दोषी पाया।
प्रशासन ने गबन की राशि ब्याज सहित जमा करने के आदेश दिए थे,
लेकिन केवल मूल धनराशि ही लौटाई गई। इस बीच जेई अमीर सिंह की मृत्यु हो चुकी है। बीडीपीओ
ने पहले दोषियों के खिलाफ केस दर्ज की सिफारिश की, लेकिन उसी दिन कार्रवाई रोकने का
पत्र भी भेजा गया, जिससे प्रशासन की मंशा पर सवाल उठे हैं। लोकायुक्त ने भी दिसंबर 2024 में कार्रवाई की स्थिति पूछी,
पर जवाब नहीं मिला। उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने दोबारा जांच करवाने और दोषियों पर सख्त
कार्रवाई की बात कही है।
(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
