धमतरी, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । बिना लाइसेंस के कई किराना दुकानदार व लोग गांवाें में ग्रामीणों से धान की खरीदी करते हैं, जो नियम विरूद्ध है। इसके लिए मंडी से लाइसेंस का होना जरूरी है। वहीं कम शुल्क वाले लाइसेंस लेकर धान की अधिक खरीद करते हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ शिकंजा कसने समर्थन मूल्य पर धान खरीद शुरू होने के पहले ही दिन प्रशासन की टीम ने कई जगहों पर जांच कार्रवाई की, तो कुरूद क्षेत्र के ग्राम चर्रा में अवैध ढंग से रखे 40 कट्टा धान पर टीम ने कार्रवाई की है, इससे अन्य कोचियों में हड़कंप मच गया है।
अवैध धान भंडारण और परिवहन की जांच करने राजस्व, खाद्य विभाग और सहकारिता एवं मंडी के अधिकारियों का दल गठित किया गया है। यह दल जिले के अवैध धान भंडारण और परिवहन पर कार्यवाही कर रही है। इस कड़ी में समर्थन मूल्य में धान की खरीदी शुरू होने के पहले ही दिन 14 नवंबर को सभी ब्लाकों में टीम जांच व कार्रवाई के लिए निकले। धमतरी, कुरूद, मगरलोड और नगरी ब्लाक अंतर्गत गांवों में टीम के अधिकारी-कर्मचारियों ने जांच की। इस कड़ी में जिले के ब्लाक स्तरीय उड़नदस्ता दल कुरूद ने ग्राम पंचायत चर्रा स्थित पन्नालाल देवांगन के प्रतिष्ठान में आकस्मिक जांच की। जांच में 40 कट्टा अवैध धान का भंडारण पाये जाने पर मंडी अधिनियम 1972 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। जिला खाद्य अधिकारी बीके कोर्राम ने बताया कि उड़नदस्ता दल के द्वारा अवैध धान के भंडारण व परिवहन पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। खरीफ धान फसल की कटाई-मिंजाई शुरू होते ही गांवों में धान खरीदने वाले कई कोचिया सकि्रय हो जाते हैं, जो लोगों से कम रुपये में धान खरीदकर मंडी को बिना टैक्स दिए ही कई जगह धान को महंगे दामों पर खपाने की कोशिश करते हैं। ऐसे कोचियों और दुकानदारों पर अब प्रशासन की नजर टिकी हुई है, ताकि नियम विरुद्ध कार्य न कर सकें।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा