
सियोल, 19 दिसंबर (Udaipur Kiran) । दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू ने पिछले महीने विपक्ष-नियंत्रित नेशनल असेंबली में पारित छह विधेयकों को वीटो कर दिया। उन्होंने यह विधेयक वापस भेज दिए। मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने धमकी दी थी कि अगर वह ऐसा करेंगे (सीमा पार करेंगे) तो उन पर महाभियोग चलाया जाएगा।
द कोरिया हेरल्ड समाचार पत्र के अनुसार, कोरिया के संवैधानिक इतिहास में यह दूसरी बार है कि किसी कार्यवाहक राष्ट्रपति ने अपनी वीटो शक्ति का प्रयोग किया। इससे पहले आखिरी बार 2004 में ऐसा हुआ था। राष्ट्रपति यून सुक येओल के खिलाफ नेशनल असेंबली में शनिवार को महाभियोग प्रस्ताव पारित होने के बाद प्रधानमंत्री हान को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया था।
इससे पहले कैबिनेट ने आज सुबह हुई एक बैठक में संसद से छह विधेयकों पर पुनर्विचार करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसमें अनाज प्रबंधन अधिनियम में संशोधन भी शामिल है। कार्यवाहक राष्ट्रपति के कार्यालय ने दोपहर को कहा कि हान के फैसले के बाद विधेयकों को संसद में वापस भेज दिया गया। कैबिनेट बैठक के दौरान हान ने कहा, कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में मैंने बार-बार उस विकल्प पर विचार किया जो देश के लिए गंभीर स्थिति में एक जिम्मेदार सरकार के रुख का सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व करेगा।
—————
(Udaipur Kiran) / मुकुंद
