जयपुर, 27 जनवरी (Udaipur Kiran) । सांगानेर सदर थाना पुलिस और जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) जयपुर दक्षिण ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 24 जनवरी को सांगानेर के जोतडावाला इलाके में दंपती की हत्या के आरोपी मोनू उपाध्याय उर्फ मोनू पंडित (27) को महुआ, जिला दौसा से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने जेवरात गिरवी रखकर पिस्तौल खरीदी थी और हत्या की योजना वीडियो कॉल पर अपने दोस्त को बताई थी।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) दिगंत आनंद ने बताया कि आरोपी मोनू, जो आगरा का रहने वाला है और जोतडावाला में पत्नी और तीन बच्चों के साथ किराए के मकान में रह रहा था, एक्सपोर्ट गारमेंट कंपनी में काम करता है। मोनू और मृतक आशा एक ही फैक्ट्री में काम करते थे। फैक्ट्री में साथ काम करने के दौरान मोनू ने आशा से नजदीकियां बढ़ा ली थीं। उसने आशा को एक मोबाइल भी दिया था, लेकिन जब आशा के पति राजाराम को इस बारे में पता चला, तो उसने आशा को मोनू से बात करने से मना कर दिया। इसके बाद आशा ने मोनू से बातचीत बंद कर दी और फैक्ट्री जाना भी छोड़ दिया। इससे नाराज होकर मोनू ने राजाराम को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। मोनू ने घर से जेवरात निकालकर गिरवी रखे और 50 हजार रुपये में धौलपुर से देसी पिस्तौल खरीदी।
गाैरतलब है कि 23 जनवरी की शाम जयपुर लौटने के बाद मोनू ने फैक्ट्री में काम करने वाले अपने दोस्त प्रदीप को वीडियो कॉल पर पिस्तौल दिखाई और कहा कि अगर आशा ने बात नहीं की, तो वह राजाराम को मार देगा। अगले दिन 24 जनवरी को मोनू ने राजाराम और आशा के घर में घुसकर राजाराम की कनपटी पर गोली मार दी। राजाराम के गिरने के बाद आशा चीखने लगी, जिसे पकड़े जाने के डर से मोनू ने उसे भी गोली मार दी और वहां से फरार हो गया।
थानाधिकारी नंदलाल नेहरा ने बताया कि पुलिस ने आरोपी को 25 जनवरी की रात महुआ बस स्टैंड से हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने जुर्म कबूल किया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस आरोपी से पिस्तौल बरामद करने और हत्या के अन्य पहलुओं की जानकारी जुटाने में लगी है। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने आशा और राजाराम की हत्या सिर्फ अपनी कुंठा और नफरत के चलते की। मामले की गहन जांच जारी है।
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(Udaipur Kiran)