इटानगर, 19 मार्च (Udaipur Kiran) । अरुणाचल
प्रदेश के पाक्के केसांग पुलिस अधीक्षक तासी दरांग की निगरानी में सेजोसा पुलिस टीम
ने डाक विभाग के राष्ट्रीय योजना के नाम पर कई व्यक्तियों के साथ धोखाधड़ी और
जालसाजी कर रुपये लुतने के आरोपित पिता-पुत्र गोना कांता हजारिका और
उनके बेटे उमेश हजारिका को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस
अधीक्षक तासी दरांग ने बताया कि पक्के केसांग जिले के डिसिंग पासो के नामोराह गांव के शिकायतकर्ता न्याकेन नोमदिर से गत 14 अगस्त, 2024 को सेजोसा पुलिस को एक प्राथमिकी प्राप्त हुई थी। उसी दिन सेजोसा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था, तदनुसार पुलिस
उपाधीक्षक शशि डोरे की निगरानी में पुलिस टीम ने धोखाधड़ी की शिकायत के कुछ दिनों बाद कथित आरोपी गोना कांता
हजारिका को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन उसका बेटा उमेश हजारिका कर्नाटक के
बेंगलुरु में भाग गया था।
पुलिस टीम ने तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी का उपयोग करके और आरोपित के खिलाफ एक मजबूत मामला बनाया और उमेश हजारिका को आज
सुबह असम के बिस्वनाथ जिले के सतिया पुलिस के समर्थन से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक पाक्के केसांग के अनुसार, आरोपित की कार्यप्रणाली धोखाधड़ी को अंजाम दे रही थी, जिसमें पीड़ितों को
राष्ट्रीय बचत योजना पर आकर्षक निवेश रिटर्न के झूठे वादों के माध्यम से धोखा दिया
गया था और निर्दोष लोगों को धोखा दिया गया था।
दोनों
आरोपितों ने लगभग 20 लाख रुपये का घोटाला किया है। आरोपित दोनों ने निर्दोष
लोगों की मेहनत की कमाई प्राप्त करने के बाद, कभी भी उनका पैसा उप
डाकघर, मेजेकजान असम में जमा
नहीं किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
(Udaipur Kiran) / तागू निन्गी
