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वेतन वृद्धि में पक्षपात का आरोप, चित्तौड़ डेयरी में दाे साै से ज्यादा कर्मचारियों ने जताया विरोध

चित्तौड़गढ़ डेयरी में विरोध प्रदर्शन करते ठेका कार्मिक।

चित्तौड़गढ़, 12 मार्च (Udaipur Kiran) । चित्तौड़गढ़- प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक संघ (चित्तौड़ डेयरी) में ठेका श्रमिकों ने वेतन बढ़ोतरी में पक्षपात करने का मामला सामने आया है। इसके विरोध में बुधवार को ठेका श्रमिक जुटे और विरोध जताया है। इस दौरान ठेका श्रमिकों ने डेयरी चेयरमैन को भी अपनी मांग से अवगत करवाया है कि डेयरी में कुछ कर्मचारियों के पक्षपात तरीके से वेतन की वृद्धि कर दी गई। कम दैनिक वेतन पर काम कर रहे श्रमिकों ने पारिश्रमिक बढ़ाने की मांग को लेकर कुछ देर काम छोड़ प्लांट और कार्यालय से भी बाहर आ गए।

जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़ डेयरी में करीब 250 ठेका श्रमिक कार्यरत है। इनमें से कुछ कर्मचारियों के प्रबंध निदेशक के ट्रांसफर होकर रिलीव होने की अवधि में वेतन वृद्धि की बात सामने आई थी। इसी को लेकर शेष रहे 200 से अधिक ठेका कर्मचारियों में नाराजगी हो गई। यहां सरस प्लांट और कार्यालय से बुधवार को सभी काम छोड़ कर बाहर आ गए। साथ ही अपने साथ हो रहे अन्याय को लेकर डेयरी चेयरमैन बद्री जाट जगपुरा को इस बारे में अवगत करवाया। यहां करीब 200 कर्मचारियों को समान रूप से पारिश्रमिक बढ़ाने की मांग रखी। इस पर चेयरमैन जगपुरा ने मौके पर ही मौजूद श्रमिकों के सामने चित्तौड़ डेयरी की एमडी को फ़ोन कर श्रमिकों की मांग से अवगत करवाया। उन्होंने एमडी को बताया की 10-12 श्रमिकों ने ग़लत तरीक़े से कागजों में हेराफेरी कर ख़ुद की मनमानी तरीक़े से तनख़्वाह बढ़ा ली। इस पर एमडी ने उन्हें श्रमिकों के हित में हर संभव काम करने को लेकर आश्वस्त करते हुए सभी के समान रूप से पारिश्रमिक बढ़ोतरी की बात कही। साथ ही पक्षपात तरीके से बढ़े वेतन को अगले वेतन से कम करने की भी बात कही। गौरतलब है की चित्तौड़ डेयरी पिछले काफ़ी समय से सुर्खियों में रही है। वहीं वेतन बढ़ोतरी में हो रहे पक्षपातपूर्ण तरीके से श्रमिकों में काफ़ी असंतोष देखा गया। ऐसे में श्रमिकों के साथ हो रहे आर्थिक शोषण ने चित्तौड़ डेयरी को फिर से सुर्खियों में ला दिया है।

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(Udaipur Kiran) / अखिल

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