जम्मू, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर में 4जी कनेक्टिविटी की संतृप्ति पर प्रगति की धीमी गति को चिह्नित करते हुए मुख्य सचिव, अटल डुल्लू ने अधिकारियों को परियोजना पर काम की गति में तेजी लाने के लिए समन्वित तरीके से काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने यहां नागरिक सचिवालय में एक समीक्षा बैठक के दौरान ये निर्देश पारित किए जिसके दौरान प्रगति में बाधा डालने वाले कई मुद्दों को सुलझाया गया।
बैठक में सचिव लोक निर्माण विभाग, सचिव राजस्व विभाग और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में बिजली विकास विभाग के प्रमुख सचिव, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव, आईटी विभाग के अतिरिक्त सचिव, बीएसएनएल के महाप्रबंधक और अन्य लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने सेवा प्रदाता को सौंपे गये सभी स्थलों पर अविलंब कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा किसी भी तरह की नरमी की कोई गुंजाइश नहीं है और चीजों को बिना किसी उचित कारण के इधर-उधर लटकाए नहीं रखा जाना चाहिए। कवर न किए गए क्षेत्रों को प्राथमिकता देकर लंबित मामलों को तेजी से निपटाया जाना चाहिए।“ परियोजना का उद्देश्य सुदूर और दुर्गम क्षेत्रों में अछूते गांवों में 4जी मोबाइल सेवाएं प्रदान करना है। टावरों को बिजली कनेक्शन देने के संबंध में उन्होंने पीडीडी के प्रमुख सचिव से टावरों को बिजली कनेक्शन देने की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा। उन्होंने कहा कि ऐसा तंत्र विकसित किया जाना चाहिए कि टावरों का निर्माण कार्य पूरा होते ही उन्हें बिजली उपलब्ध करायी जा सके।
उन्होंने अधिकारियों को वैकल्पिक भूमि की पहचान करने का भी निर्देश दिया जहां पहले प्रस्तावित साइट गुणवत्ता मानकों के अनुसार व्यवहार्य नहीं पाई गई थी।
बैठक के दौरान सीजीएम, बीएसएनएल ने साइटों और भूमि आवंटन विवरण, टावर निर्माण के संबंध में 4जी संतृप्ति परियोजना पर एक पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया और 4जी संतृप्ति परियोजना में बाधा डालने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विभिन्न चरणों में कार्य प्रगति पर है और लगातार निगरानी की जा रही है।उन्होंने बताया कि उन्हें 711 स्थलों पर भूमि आवंटित की गई है और 563 स्थलों (जम्मू-279, कश्मीर-284) पर सिविल कार्य शुरू हो गया है और 355 स्थलों (जम्मू-149, श्रीनगर -206) पर टावर निर्माण पूरा हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि 122 4जी साइट्स को ऑन-एयर कर दिया गया है और लक्ष्य के मुताबिक सितंबर 2024 के अंत तक 200 और साइट्स को ऑन-एयर कर दिया जाएगा। अटल डुल्लू ने भारतनेट पर प्रगति की भी समीक्षा की और अधिकारियों को इस पहल में तेजी लाने का निर्देश दिया।
उन्होंने पूरे जम्मू-कश्मीर में ग्राम पंचायतों को हाई स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए भारत नेट के सुचारू कार्यान्वयन पर जोर दिया। उन्होंने स्थान के अनुसार उनके उपयोग और उपयोगकर्ताओं द्वारा उपयोग की जांच के लिए सभी सेवाओं का अध्ययन करने का भी आह्वान किया। सीजीएम बीएसएनएल ने भारतनेट के बारे में एक प्रस्तुति दी और कहा कि जम्मू और कश्मीर में चरण 1 और 2 के तहत कुल 1119 ग्राम पंचायतों को कवर किया गया है जिनमें से 427 जीपी को ऑप्टिकल फाइबर केबल और 692 को वीएसएटी पर कवर किया गया है। उन्होंने कहा कि भारतनेट के तहत ब्रॉडबैंड उपयोग में पिछले दो वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को 8502 फाइबर टू द होम कनेक्शन और सरकारी संस्थानों को 427 एफटीटीएच कनेक्शन प्रदान किए गए हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि जिन 660 ग्राम पंचायतों में बिजली से संबंधित समस्याएं थीं उन्हें बीएसएनएल और ग्रामीण विकास विभाग के परामर्श से बिजली विकास विभाग द्वारा हल कर दिया गया है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा