Jharkhand

एसीबी ने शराब घोटाला में पूर्व जीएम ऑपरेशन और जीएम फाइनेंस को किया गिरफ्तार

फाइल फोटो एसीबी कार्यालय

रांची, 21 मई (Udaipur Kiran) । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने 38 करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में बुधवार को कार्रवाई करते हुए पूर्व जीएम ऑपरेशन सुधीर कुमार और उत्पाद विभाग के जीएम फाइनेंस सुधीर कुमार दास को गिरफ्तार किया है। सुधीर कुमार वर्तमान में रियाडा में पदस्थापित हैं, इससे पहले वो उत्पाद विभाग में पदस्थापित थे।

इससे पहले बुधवार को शराब घोटाला में आगे की जांच के लिए एसीबी की टीम बुधवार को उत्पाद भवन पहुंची । एसीबी की टीम ने शराब घोटाले में वित्तीय जानकारी लेने के उद्देश्य से उत्पाद विभाग पहुंची थी। लेकिन एसीबी की टीम के पहुंचते ही उत्पाद भवन के कई अधिकारी और कर्मचारी अपनी अपनी कुर्सी छोड़ कर कहीं चले गये।

उल्लेखनीय है कि एसीबी ने शराब घोटाला में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद 20 मई को तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे और संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था। एसीबी की टीम विनय चौबे को उनके घर से ले आयी, जबकि गजेंद्र सिंह को फोन कर बुलाया। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेशानुसार जेल भेज दिया गया।

—————

(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे

Jharkhand

एसीबी ने शराब घोटाला में पूर्व जीएम ऑपरेशन और जीएम फाइनेंस को किया गिरफ्तार

फाइल फोटो एसीबी कार्यालय

रांची, 21 मई (Udaipur Kiran) । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने 38 करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में बुधवार को कार्रवाई करते हुए पूर्व जीएम ऑपरेशन सुधीर कुमार और उत्पाद विभाग के जीएम फाइनेंस सुधीर कुमार दास को गिरफ्तार किया है। सुधीर कुमार वर्तमान में रियाडा में पदस्थापित हैं, इससे पहले वो उत्पाद विभाग में पदस्थापित थे।

इससे पहले बुधवार को शराब घोटाला में आगे की जांच के लिए एसीबी की टीम बुधवार को उत्पाद भवन पहुंची । एसीबी की टीम ने शराब घोटाले में वित्तीय जानकारी लेने के उद्देश्य से उत्पाद विभाग पहुंची थी। लेकिन एसीबी की टीम के पहुंचते ही उत्पाद भवन के कई अधिकारी और कर्मचारी अपनी अपनी कुर्सी छोड़ कर कहीं चले गये।

उल्लेखनीय है कि एसीबी ने शराब घोटाला में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद 20 मई को तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे और संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था। एसीबी की टीम विनय चौबे को उनके घर से ले आयी, जबकि गजेंद्र सिंह को फोन कर बुलाया। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेशानुसार जेल भेज दिया गया।

—————

(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे

Most Popular

To Top