पटना, 30 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष परमार रवि मनु भाई से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के प्रान्त मंत्री सुमित कुमार के नेतृत्व में दक्षिण बिहार के प्रतिनिधिमण्डल ने पांच सूत्री मांगों को लेकर वार्ता की एवं मांगपत्र सौंपा।
प्रतिनिधिमण्डल में प्रान्त संगठन मंत्री रौशन सिंह एवं प्रान्त सह मंत्री शशि कुमार शामिल रहे। मांग पत्र में कहा गया है कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा बापू परीक्षा भवन परीक्षा केंद्र में आयोजित 70वीं प्रारंभिक परीक्षा विभिन्न कारणों से विवादों में है। परीक्षा के दिन हुई गड़बड़ी के कारण कुछ परीक्षार्थी पटना में आंदोलन कर रहे हैं एवं पूरी परीक्षा को रद्द करके दोबारा कराने की मांग कर रहे हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का स्पष्ट मानना है कि सभी तरह की प्रतियोगिता परीक्षाओं की शुचिता बनाये रखने की जिम्मेदारी आयोग एवं सरकार पर है। यदि एक भी परीक्षार्थी भेदभाव को लेकर सशंकित है तो आयोग संवेदनशील होकर स्थिति को स्पष्ट करे।
मांग पत्र में कहा गया है कि पूरे मामले में ऐसा लग रहा है मानो आयोग एक तानाशाह की तरह एकपक्षीय बयान जारी कर रहा है, जिससे अभ्यर्थियों में भ्रम एवं डर की स्थिति बनी हुई है। आयोग एवं सरकार की ही यह जिम्मेदारी है कि परीक्षा की पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता अपनायी जाये। साथ ही अभ्यर्थियों को पूरी प्रणाली पर विश्वास भी हो। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस मामले में परीक्षार्थियों के जायज मांग के साथ मजबूती के साथ खड़ी है।
अभाविप ने बीपीएससी से मांग किया है कि 13 दिसंबर को हुई परीक्षा में गड़बड़ी के लिए आयोग छात्रों पर दोषारोपण करना बंद करे एवं छात्रों के खिलाफ दुर्भावना से काम न करे। बापू परीक्षा केंद्र की पूरी घटनाक्रम की टाइमलाइन क्रोनॉलिजी में सभी के सामने रखे। आखिर चूक कहां हुई स्पष्ट करे। साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करके लोगों में संदेश दे।
आयोग यह सुनिश्चित करे कि बापू परीक्षा केंद्र के किसी भी परीक्षार्थी से भेदभाव ना हो। किसी तरह से केंद्र के अभ्यर्थियों के खिलाफ दुर्भावना से प्रेरित होकर काम ना करे।
यह भी मांग की गई है कि आयोग परीक्षार्थियों के प्रति संवेदनशील रहे एवं हमेशा उनके पक्ष को समझते हुए अपनी बात आम परीक्षार्थियों में रखे, जिससे कम्युनिकेशन गैप ना हो एवं भ्रम की स्थिति पैदा ना हो।
छात्रों को किसी भी तरह के शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। अभाविप सरकार से यह मांग करती है छात्रों के खिलाफ किसी तरह का बलप्रयोग नहीं करे। बल प्रयोग करने वाले दोषी अधिकारियों की पहचान करे एवं उसके खिलाफ कार्रवाई करे।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी