नाहन, 30 जनवरी (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) हिमाचल प्रदेश की प्रदेश कार्यकारिणी बैठक 24-25 जनवरी को नालागढ़ में आयोजित की गई जिसमें प्रदेश संगठन मंत्री, क्षेत्रीय संगठन मंत्री, राष्ट्रीय मंत्री सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में प्रदेश के शैक्षणिक और छात्रहितों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई और आगामी आंदोलनों की रूपरेखा तय की गई। नाहन में आयोजित प्रदेश सह मंत्री मनीष बिरसांटा ने प्रेस वार्ता में बताया कि 6 फरवरी से प्रदेशभर में इकाई स्तर पर उग्र आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
अभाविप का यह आंदोलन छात्रों के अधिकारों और शिक्षा प्रणाली में सुधार की मांगों को लेकर होगा। संगठन ने प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल करने, शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक भर्तियों में पारदर्शिता लाने, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की स्वायत्तता बनाए रखने, राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रभावी तरीके से लागू करने, अतिथि शिक्षक भर्ती नीति को वापस लेने, विश्वविद्यालयों में स्थायी कुलपति नियुक्त करने और शिक्षण संस्थानों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने जैसी प्रमुख मांगों को सरकार के समक्ष रखा है। इसके अलावा, शोधार्थियों को शोधवृत्ति देने, प्रदेश की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और शिक्षण संस्थानों में आधुनिक पाठ्यक्रम लागू करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर
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