नई दिल्ली, 28 सितंबर (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के परिणाम शीघ्र घोषित करने की मांग की है ।छात्रसंघ ने कहा छात्रों का प्रतिनिधित्व होना आवश्यक है। छात्रसंघ, शिक्षा क्षेत्र तथा युवाओं के मुद्दों को उठाने का सशक्त माध्यम रहे हैं। वहीं छात्रसंघ चुनाव सुधार के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन जरूरी है ।
संगठन के महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव संबंधी उच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान जो विभिन्न अन्य हितधारक थे, उनको पक्ष रखने के लिए न्यायालय द्वारा बुलाया नहीं गया। छात्रसंघ चुनाव संबंधी विषय में विभिन्न पक्षों में वर्तमान की आवश्यकताओं के अनुरूप बदलाव होने चाहिए, दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे विशाल छात्रसंघ चुनाव में जहां लगभग डेढ़ लाख वोटर हैं, वहां पांच हजार रुपए में चुनाव लड़ने का नियम बिल्कुल तर्कसंगत नहीं है। साथ ही चुनाव के विभिन्न अन्य नियमों में भी वर्तमान समय की अपेक्षाओं के अनुसार बदलाव होने चाहिए। आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन डीयू में दो बार छात्र संघ चुनाव लड़कर बुरी तरह हार चुका है, उसी खीझ में डीयू छात्रसंघ चुनाव को मुखौटा धर बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि छात्रसंघ चुनाव में जो सुधार का पक्ष है, उसके लिए पूर्व कुलपतियों, शिक्षाविद, छात्रसंघ के पदाधिकारियों, छात्र संगठनों के प्रतिनिधि व अन्य विशेषज्ञों सम्मिलित उच्च स्तरीय समिति गठित की जानी चाहिए, जिससे सभी हितधारकों के पक्ष सम्मिलित हो सकें। व्यवस्थाओं में सुधार बिना हितधारकों के पक्ष को सम्मिलित किए नहीं हो सकता है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दिल्ली इकाई के प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में छात्रसंघ चुनाव बंद करवाने के लिए विभिन्न कुतर्क रचे जा रहे हैं। छात्रसंघ चुनाव में परिवर्तन होने हैं, उस दिशा में प्रयास होने चाहिए, न कि समस्याएं दिखाकर छात्र संघ ही बंद कर दिया जाए। छात्रों को उनका प्रतिनिधि चुनने का पूरा लोकतांत्रिक अधिकार है, उसे किसी भी तरह छीना नहीं जा सकता ।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर प्रत्याशी ऋषभ चौधरी ने कहा कि एबीवीपी नीत पिछले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ ने ‘एक दिन,एक डूसू अध्यक्ष’ जैसे विभिन्न प्रयास किए, जिससे छात्रों के बीच छात्रसंघों को लेकर समझ बन सके। छात्रसंघ चुनाव बेहतर हो सके इसके लिए शिक्षण-शिक्षणेतर कर्मचारियों का उचित प्रशिक्षण होना चाहिए। डीयू के शहीद भगतसिंह कॉलेज में अध्यक्षीय भाषण, अटेंडेंस देने, वीडियो अपील जैसे प्रयास हुए इसलिए वहां छात्रसंघ चुनाव में अच्छी संख्या में सहभागिता हुई। छात्रसंघ को लेकर ऐसे ही सकारात्मक प्रयास डीयू के सभी कॉलेजों में सभी हिताधारकों द्वारा किए जाने चाहिए, जिससे छात्रसंघ से जुड़े विभिन्न मुद्दों को सकारात्मक दिशा दी जा सके।
(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी