धमतरी, 24 नवंबर (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने जिले के विभिन्न शैक्षणिक परिसरों में छात्राओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर 18 नवंबर से शुरू किया गया है। 19 नवंबर को वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती के अवसर पर अभाविप देश में मिशन साहसी जैसे कार्यक्रम आयोजित करती है। यह कार्यक्रम बहनों के लिए चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण अभियान है। इसके तहत हर वर्ष बहनों को आत्मरक्षा के विभिन्न तरीकों से प्रशिक्षित किया जाता है।
अभाविप के जिला संयोजक गजेंद्र जागड़े ने रविवार काे जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थी हित में एबीवीपी समय-समय पर विभिन्न परिसरों में आंदोलन, प्रदर्शन और कार्यक्रम आयोजित करती है, जो परिस्थितियों और समाज की आवश्यकता पर आधारित होते हैं। जब देश को झकझोर कर देने वाली घटनाएं याद आती है, तब यह और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है कि बहनों को आत्मनिर्भर और आत्मरक्षा में सक्षम बनाया जाए। अभाविप का यह मिशन साहसी अभियान जो किसी छोटे परिसर से शुरू हुआ था। आज देशभर में व्यापक रूप से चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य बहनों को वीरांगनाओं रानी लक्ष्मीबाई, रानी अवंतिका बाई लोधी आदि की तरह प्रेरित करना और उन्हें समाज व देशहित में कार्य करने के लिए सशक्त बनाना है। अभाविप धमतरी की हास्टल छात्रा प्रमुख जागृति गायकवाड़ ने कहा कि आज भी देश के कई हिस्सों में महिलाओं के साथ दुष्कर्म और अत्याचार की घटनाएं सामने आती है। ऐसे में अभाविप पूरे देश में छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान कर रही है। यह कदम बहनों को सुरक्षा और आत्मनिर्भरता का एहसास दिलाता है।
महिला सशक्तिकरण के लिए हर संभव प्रयास: डीएसपी नेहा पवार ने छात्राओं को आत्मरक्षा और आत्मनिर्भरता के महत्व पर प्रेरणादायक बातें कहीं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कार्यवाहक गौरव ने कहा कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। अभाविप द्वारा आयोजित यह शिविर न केवल छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने का एक प्रयास है, बल्कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाने का एक कदम भी है। जिले में चल रहा मैं हूं वीरांगना कार्यक्रम इसी दिशा में संगठन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा