जम्मू, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जम्मू कश्मीर ने सामान्य विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के परिणामों के स्थगित होने के कारण विश्वविद्यालयों और विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में नए शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ में देरी पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। सीयूईटी ने पिछले साल से विश्वविद्यालयों में स्नातक प्रवेश के लिए एक सामान्य प्रवेश परीक्षा के रूप में इसे लाया गया था और यह मई में आयोजित हुआ था और 30 जून तक परिणाम घोषित किए जाने थे। हालांकि परीक्षाओं में अनियमितताओं के कारण देरी हुई जिससे प्रवेश प्रक्रिया पर भारी असर पड़ा।
उच्च शिक्षा ने 1 जुलाई से प्रवेश शुरू करने की योजना बनाई लेकिन परिणाम के बिना ऐसा करने में असमर्थ हैं। परिणाम घोषणा के लिए यूजीसी की 25 जुलाई की संशोधित समय-सीमा और उसके बाद एक महीने की प्रवेश प्रक्रिया शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ में संभावित एक महीने की देरी का संकेत देती है। जम्मू कश्मीर के प्रांत मंत्री अक्षी बिलोरिया ने कहा सीयूईटी परिणामों में देरी से छात्रों में अनावश्यक तनाव और चिंता पैदा हो रही है। जो विद्यार्थी अपनी पढ़ाई शुरू करने के लिए उत्सुक थे उन्हें अब एक महीने का इंतजार करना होगा। यह शैक्षणिक कैलेंडर को भी बाधित करता है।
प्रदेश सह मंत्री सनक श्रीवत्स ने कहा अभाविप यूजीसी से विश्वविद्यालयों को अपनी प्रवेश प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने का निर्देश देने की मांग करता है ताकि आगे की देरी को कम किया जा सके। विश्वविद्यालयों को आवेदकों के साथ समय पर संचार को प्राथमिकता देनी चाहिए और उन्हें प्रवेश कार्यक्रम पर अद्यतन रखना चाहिए। सीयूईटी के कुप्रबंधन के कारण एक महीने की देरी न केवल वर्तमान शैक्षणिक वर्ष को बाधित करती है बल्कि भविष्य के सेमेस्टर को भी जोखिम में डालती है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह