
धर्मशाला, 29 मई (Udaipur Kiran) ।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा जमा दो के गलत परीक्षा परिणाम घोषित करने के चलते छात्रों की मानसिक प्रताड़ना और आत्महत्या प्रयास पर बोर्ड अध्यक्ष व सचिव के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। विद्यार्थी परिषद ने साफ किया है कि ना तो गलत परिणाम बर्दाश्त होंगे और ना ही बढ़ी हुई फीस। संगठन ने साफ किया है कि वह आम छात्रों के साथ खड़ी है।
एबीवीपी के ऊना विभाग के संयोजक पुष्प राज ने वीरवार को जारी बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की लापरवाही, तानाशाही और छात्र विरोधी फैसलों के खिलाफ विद्यार्थी परिषद ने आवाज़ बुलंद की करते हुए स्पष्ट किया कि यदि 24 घंटे के भीतर बोर्ड ने कार्रवाई नहीं की, तो विद्यार्थी परिषद प्रदेशव्यापी जनांदोलन के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि जमा दो के गलत परिणाम के चलते छात्रा आत्महत्या प्रयास की न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 17 मई को गलत परिणाम आने के कारण एक छात्रा द्वारा आत्महत्या का प्रयास किया गया। 22 मई को उसी छात्रा को पास घोषित किया गया। यह घटना शिक्षा बोर्ड की संवेदनहीनता का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने इस मामले में बोर्ड के लापरवाह अधिकारियों पर कार्यवाही की भी मांग उठाई है।
उन्होंने कहा कि संगठन परिणाम प्रबंधन विभाग सहित जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाई की भी मांग करता है। इसके अलावा बढ़ी हुई फीस को तुरंत वापिस लिया जाए। रीचेकिंग और रिवैल्युएशन और एसओएस छात्रों की फीस में की गई बेतहाशा वृद्धि को तुरंत वापिस लेने की भी मांग उठाई है। परीक्षा परिणामों की स्वतंत्र पुनर्समीक्षा हो और सभी प्रभावित छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच कराई जाए।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
