CRIME

अपहरण और हत्या में फरार 25 हजार का इनामी गिरफ्तार

अपहरण और हत्या में 25 हजार रुपये का इनामी अपराधी गिरफ्तार

-चलती कार में महिला की हत्या कर फेंका था शव, चलती कार से फेंके गए थे दो मासूम

हमीरपुर, 09 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । चलती कार में महिला की गला कसकर हत्या करने के मामले में सोमवार को पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम ने हत्या कराने की साजिश रचने वाले पच्चीस हजार के इनामी अपराधी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस इस मामले में अब तक सात आरोपियों को जेल भेज चुकी है।

जरिया थाना क्षेत्र में गोहांड कस्बे के पास गत 21 सितंबर की रात एक महिला की चलती कार में गला कसकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने बताया था कि हत्या कराने की साजिश रचने वाले महिला के सगे भाई ने बहन के भागकर उसी के साले के साथ शादी रचाने की खुन्नस में उसकी हत्या पेशेवर अपराधियों को दस लाख रुपये की सुपारी देकर कराई थी। पुलिस ने इस मामले में कार चालक संजीव कुमार, महिला के भाई धर्मेंद्र सिंह, चतुर सिंह, वीर सिंह, जगमोहन, करतार सिंह सहित छह आरोपियों को पहले ही जेल भेज चुकी है। सोमवार को जरिया पुलिस व एसओजी टीम ने पच्चीस हजार के इनामी आरोपी अभिमन्यु सिंह पुत्र अर्जुन सिंह निवासी ग्राम सहवापुर थाना अकबरपुर जनपद कानपुर देहात को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

थानाध्यक्ष मयंक चंदेल ने बताया कि कानपुर के थाना चौबेपुर के मदारीपुर गांव निवासी सूरज ने 22 सितंबर को जरिया थाने में तहरीर देकर बताया था कि वह गुजैनी के प्लॉट थ्री बी में परिवार सहित रहता है। उसके कमरे के बगल में बतौर किरायेदार रहने वाले त्रिभुवन सिंह के कहने पर 21 सितंबर को पत्नी अमन उर्फ मीनू, बेटे रामजी व बेटी परी सहित किराये की कार से चित्रकूट जा रहे थे। साथ में त्रिभुवन का साथी वीर सिंह और कार चालक के अलावा फूफा नाम का व्यक्ति भी था। चलती कार में फूफा ने उसे मारने के लिए उसके गले को गमछे का फंदा लगाकर कस दिया। इस पर वह अचानक गाड़ी का दरवाजा खोलकर कूद गया। इसके बाद आरोपी उसकी पत्नी, बेटे व बेटी को लेकर भाग गए।

पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर बेटी परी व बेटे रामजी को खोज लिया था। वहीं कानपुर देहात के टोल प्लाजा में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पकड़ी गई कार के चालक संजीव की निशानदेही पर अमन उर्फ मीनू का शव 23 सितंबर की सुबह गोहांड कस्बे के पास से बरामद किया गया था। विवेचना के दौरान वादी व मृतका के भाई आरोपी धर्मेंद्र सिंह के बयान के आधार पर अभिमन्यु सिंह का नाम सामने आया था। धर्मेंद्र सिंह व चतुर सिंह और वीरसिंह के बीच अभिमन्यु सिंह ने मुलाकात करवाकर सूरज के परिवार की हत्या की साजिश रची थी। अभिमन्यु सिंह पहलवानी के साथ साथ दूध डेयरी का भी काम करता है। अभिमन्यु का पुत्र कपिल गांव का प्रधान है। धर्मेंद्र सिंह व अभिमन्यु सिंह ने सूरज को मारने की साजिश रची थी। घटना के बाद से अभिमन्यु फरार चल रहा था। पुलिस ने इस पर पच्चीस हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था।

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(Udaipur Kiran) / पंकज मिश्रा

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