CRIME

मोबाइल टावरों के उपकरण चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का फरार आरोपित गिरफ्तार

आरोपी

-गाजियाबाद, दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब व मध्यप्रदेश सक्रिय

गाजियाबाद, 3 दिसंबर (Udaipur Kiran) । क्राइम ब्रांच पुलिस व थाना वेव सिटी पुलिस ने मंगलवार को मोबाइल टावरों के उपकरण चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। उसके कब्जे से चोरी का करीब 15 लाख रूपये का माल बरामद किया गया है।

एडीसीपी सच्चिदानंद ने बताया कि यह गिरोह गाजियाबाद, दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब व मध्यप्रदेश सक्रिय है तथा जिओ व एयरटेल कम्पनी के मोबाइल टावरों से आरआर यूनिट, बैट्री व अन्य इलैक्ट्रानिक डिवाईस चोरी कर उसे भारी दामो मे विदेशो मे बेचने की सैकड़ों वारदातों को अंजाम दे चुका है।

पूछताछ पर पकडे पकड़े गये शातिर आरोपी कृपाल उर्फ सोनू ने बताया कि वह मूल रुप से मोगा पजाबं का रहने वाला है जो आठवी कक्षा तक पढा है । पढाई छोडने के बाद उसने पंजाब मे ही राज मिस्त्री का काम सीखा और राज मिस्त्री का काम करने लगा । वर्ष 2022 मे उस क्षेत्र मे जियो कंपनी ने 5-G इटंरनेट सेवा देने के लिये केबिल लगाने का काम शुरु किया। जिसमें कृपाल उर्फ सोनू यह भी काम करने लगा। कुछ समय काम करने के बाद सोनू व उसके साथियों ने जियो कम्पनी के 5-G केबिल को चुराकर उसका काँपर निकालकर कबाडियों को बेचना शुरु कर दिया। उसी समय कृपाल उर्फ सोनू का सम्पर्क सरफराज उर्फ रवि कबाडी से हुआ जो मूल रुप से ग्राम भैंसा थाना मवाना मेरठ का रहने वाला है तथा मोगा में किराये पर मकान लेकर कबाड का काम करता था। कुछ समय बाद सरफराज ने सोनू से कहा कि मोबाईल टावर में काम करते हो, टावर में एक डिब्बा लगा होता है जिसे आरआरयू कहते है अगर तुम उसको लाओ तो लाखों का फायदा होगा। इस पर सोनू ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोबाईल टावरों से आरआरयू, बैट्रियाँ व अन्य उपकरण चोरी करके सरफराज को बेचना शुरु कर दिया जिसमें काफी फायदा होने लगा। इसके बाद इन लोगों ने धीरे धीरे अपना एक संगठित गिरोह बना लिया जो मोबाईल टावरों से रेडियों रिसीवर यूनिट, बैट्री व अन्य इलैक्ट्रोनिक सामान चोरी करने व खरीद फरोख्त करने का काम करने लगे। कुछ वर्षों से मोबाइल टावरों की बैट्री, रेडियो रिसीवर यूनिट व अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाईस की चोर बाजार में काफी माँग चल रही है, मोबाइल टावरों पर लगे उपकरण काफी मँहगे होते है और इनको चुराना काफी आसान होता है और उनको ट्राँन्सपोर्ट करने में कोई समझ भी नहीं पाता हैं कि यह क्या है। पहले ये लोग अलग-अलग आरआरयू की चोरी करते व बेचते थे, फिर हमनें मिलकर अपना एक संगठित गिरोह बना लिया। इनके गिरोह मे इसके अलावा मोहसिन, सरफराज, अनस, राजा उर्फ अकरम, राजा उर्फ शाकिब, शादाब, सलमान, अज्जू, अमन, दिल्लू उर्फ दिलशाद, शाहिद ,नूर , हातिम, अय्यूब व हसन शामिल हैं। इस गिरोह के मोहसिन, सरफराज, अनस, राजा उर्फ अकरम, राजा उर्फ शाकिब, सलमान, हातिम ,शादाब,शाहिद व नूर मोबाईल टावरों की चोरी में ही गाजियाबाद से पहले ही जेल जा चुके है। मोबाईल टावरों से उपकरण चोरी कर खरीद फरोख्त के बाद जो रूपये मिलते है उनको ये लोग काम के अनुसार आपस मे बाँट लेते है और हिस्से मे आये रूपयों से ही हम घर के खर्चे व अपने शाैक पूरे करते हैं।

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(Udaipur Kiran) / फरमान अली

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