West Bengal

नियुक्ति घोटाले में नया खुलासा : 72.59 मिनट की रिकॉर्डिंग में 73 बार आया अभिषेक बनर्जी का नाम

कोलकाता, 07 मार्च (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की चार्जशीट में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसी के हाथ 72.59 मिनट का एक ऑडियो क्लिप लगा है, जिसमें तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी का नाम 73 बार लिया गया है। इस ऑडियो में ‘कालीघाट के काकू’ कहे जाने वाले सुजयकृष्ण भद्र की आवाज शामिल है, जो भर्ती घोटाले के एक प्रमुख आरोपित कुंतल घोष के साथ बातचीत कर रहे थे।

यह बातचीत वर्ष 2017 की बताई जा रही है, जब कुंतल घोष का कर्मचारी अरविंद रायवर्मन सुजयकृष्ण भद्र के बेहाला स्थित घर पर मौजूद था। अरविंद ने सीबीआई को दिए बयान में स्वीकार किया है कि उसने यह ऑडियो क्लिप कुंतल के निर्देश पर अपने मोबाइल से रिकॉर्ड किया था। बाद में इसे अपने लैपटॉप में ट्रांसफर कर दिया गया।

सीबीआई ने इस ऑडियो को कूचबिहार स्थित लैब से रिकवर किया और इसे चार्जशीट के साथ अदालत में पेश किया। हालांकि, अरविंद ने यह भी बताया कि जिस मोबाइल से यह रिकॉर्डिंग की गई थी, वह अब इस्तेमाल में नहीं है और बरामद नहीं किया जा सका।

इस रिकॉर्डिंग में कुल सात लोगों की आवाजें हैं, जिनमें सुजयकृष्ण, कुंतल घोष, उनकी पत्नी, तृणमूल से निष्कासित नेता शांतनु बनर्जी, एजेंट सुरजीत चंद्रा और अरविंद रायवर्मन शामिल हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बातचीत के दौरान बार-बार अभिषेक बनर्जी का नाम लिया गया।

सीबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सुजयकृष्ण ने बातचीत के दौरान कहा कि जब शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े पैसों का बंटवारा हुआ, तो अभिषेक को इसकी जानकारी मिली और उन्होंने अपनी हिस्सेदारी मांगी।

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बातचीत में 15 करोड़ रुपये की मांग का जिक्र

सीबीआई की चार्जशीट में यह भी दावा किया गया है कि इस ऑडियो में अभिषेक बनर्जी द्वारा 15 करोड़ रुपये की मांग का जिक्र किया गया है। सुजयकृष्ण ने कहा कि कालीघाट ऑफिस में अभिषेक ने कहा, 15 करोड़ रुपये दे दो। मैंने कहा, सर, पैसा कोई नहीं देगा। सबने पहले ही 6.5 लाख रुपये दे दिए हैं, अब फिर से कोई पैसा क्यों देगा?

इसके अलावा, बातचीत में यह भी कहा गया कि अगर 250 उम्मीदवारों से पैसा इकट्ठा किया जाए, तो 15 करोड़ रुपये की रकम पूरी हो सकती है।

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अभिषेक बनर्जी ने दी सफाई

इस खुलासे के बाद तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी ने सीबीआई पर राजनीतिक बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सीबीआई चार्जशीट में दो बार मेरा नाम लिखा गया, लेकिन मेरे खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है। आखिर ये अभिषेक कौन है, यह स्पष्ट क्यों नहीं किया गया?

उनके वकील संजय बसु ने भी बयान जारी कर कहा कि यह पूरी तरह से एक राजनीतिक षड्यंत्र है और अभिषेक बनर्जी को जानबूझकर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।

सीबीआई ने इस ऑडियो क्लिप की फोरेंसिक जांच के लिए इसे विशेषज्ञों के पास भेजा है। इसके अलावा, सुजयकृष्ण, कुंतल और शांतनु की आवाज के नमूने भी लिए गए हैं, ताकि इस रिकॉर्डिंग की सत्यता की पुष्टि हो सके।

हालांकि, अभी तक सीबीआई ने इस मामले में अभिषेक बनर्जी को समन नहीं भेजा है। लेकिन जिस तरह से उनका नाम इस रिकॉर्डिंग में बार-बार लिया गया है, उससे यह मामला और भी गंभीर हो गया है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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