Delhi

आम आदमी पार्टी ने बस मार्शल की नौकरी नियमित करने का प्रस्ताव पास किया

नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । आतिशी के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने कैबिनेट बैठक कर सभी बस मार्शलों और सिविल डिफेंस वालेंटियर्स की नौकरी को नियमित करने का प्रस्ताव पारित कर दिया। इस संबंध में मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि हमने भाजपा विधायकों और बस मार्शलों के सामने ही कैबिनेट की बैठक बुलाई और सभी बस मार्शलों की बहाली और पक्की नियुक्ति का प्रस्ताव पास किया। इस दौरान हमने भाजपा विधायकों को बताया कि भर्ती करने का अधिकार भाजपा की केंद्र सरकार के पास है। जो काम केंद्र को करना था वो हमने कर दिया है। अब भाजपा कैबिनेट के प्रस्ताव को एलजी से पास करवाए। कैबिनेट से प्रस्ताव पास होने के बाद भाजपा के विधायक एलजी के पास जाने को तैयार नहीं थे। कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज के पैर पकड़ने के बाद और बड़ी जद्दोजहद के बाद गए भी तो कुछ बोलने को तैयार नहीं हुए।

मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि भाजपा के विधायकों ने शनिवार को मुझसे मिलने का समय मांगा था। शनिवार को मुझे जैसे ही उनकी चिट्ठी मिली, मैंने उन्हें मिलने का समय दिया। आज सुबह 10ः30 बजे दिल्ली सचिवालय में हमनें भाजपा के विधायक दल को विस्तृत तरीके से समझाया कि बस मार्शलों को पक्का करने का मुद्दा सर्विसेज का मुद्दा है। ये सारे अधिकार केंद्र सरकार के पास है। उन्होंने कहा कि बस मार्शल भी इस बात को जानते है। आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी की पूरी सरकार और कैबिनेट ने स्पष्ट कर दिया कि जो निर्णय हमें लेने है वो हम लेंगे, लेकिन जिसपर एलजी का निर्णय चाहिए वो भाजपा करवाए। भाजपा एलजी से कुछ भी करवाने को तैयार नहीं है और बस मार्शल के मुद्दे पर राजनीति कर रही है।

आतिशी ने कहा कि पहले भाजपा ने 10 हजार मार्शलों को निकाल दिया और इस मुद्दे पर एलजी के पास जाने को तैयार नहीं थे। भाजपा ने शनिवार को ज़िद की कि कैनिनेट बैठक होनी चाहिए। हमने तुरंत कैबिनेट बैठक बुलाई और दिल्ली विधानसभा ने बस मार्शलों को नियमित करने का जो प्रस्ताव पास किया था उसे हमने कैबिनेट में साइन किया और उसकी कॉपी भाजपा को सौंपी। उन्होंने कहा कि भाजपा एक्सपोज़ हुई, क्योंकि पहले एलजी ऑफिस में चलने को तैयार नहीं थी और जब आख़िरकार एलजी ऑफिस आए तो यहां एक बार भी एलजी को बोलने को तैयार नहीं थे। ये पूरी तरह बस मार्शलों के साथ दगाबाजी है।

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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी

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