Assam

असम के बारेकुरी गांव में होलौ बंदरों के संरक्षण का अनूठा उदाहरण

असम के बारेकुरी गांव में होलौ बंदरों को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री पीयूष हजारिका।
असम के बारेकुरी गांव में होलौ बंदरों को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री पीयूष हजारिका।

तिनसुकिया (असम), 22 मार्च (Udaipur Kiran) । असम के तिनसुकिया जिले के बारेकुरी गांव में होलौ बंदरों (होलोक गिब्बोन) के संरक्षण और उनके साथ सह-अस्तित्व का बेहतरीन उदाहरण देखने को मिला। राज्य के जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने शनिवार को गांव का दौरा कर इन दुर्लभ प्राणियों को करीब से देखा और उनके प्रति गांववासियों के प्रेम और संरक्षण के प्रयासों की सराहना की।

इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि होलौ बंदर असम की जैव-विविधता का एक अनमोल हिस्सा हैं। बारेकुरी के प्रकृति-प्रेमी ग्रामीण इन बंदरों को भोजन उपलब्ध कराते हैं और उनकी सुरक्षा व संरक्षण के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, आज मैंने इन बंदरों को केले खिलाकर बेहद खास अनुभव किया।

मंत्री हजारिका ने यह भी याद दिलाया कि कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में बारेकुरी गांव के इस प्रयास की सराहना की थी। उन्होंने कहा, हम सभी को बारेकुरी गांववासियों से प्रेरणा लेकर ऐसे दुर्लभ जीवों के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। मैं ग्रामीणों को धन्यवाद देता हूं और उनसे अपील करता हूं कि वे भविष्य में भी वन्यजीवों के प्रति संवेदनशील बने रहें।

(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश

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असम के बारेकुरी गांव में होलौ बंदरों के संरक्षण का अनूठा उदाहरण

असम के बारेकुरी गांव में होलौ बंदरों को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री पीयूष हजारिका।
असम के बारेकुरी गांव में होलौ बंदरों को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री पीयूष हजारिका।

तिनसुकिया (असम), 22 मार्च (Udaipur Kiran) । असम के तिनसुकिया जिले के बारेकुरी गांव में होलौ बंदरों (होलोक गिब्बोन) के संरक्षण और उनके साथ सह-अस्तित्व का बेहतरीन उदाहरण देखने को मिला। राज्य के जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने शनिवार को गांव का दौरा कर इन दुर्लभ प्राणियों को करीब से देखा और उनके प्रति गांववासियों के प्रेम और संरक्षण के प्रयासों की सराहना की।

इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि होलौ बंदर असम की जैव-विविधता का एक अनमोल हिस्सा हैं। बारेकुरी के प्रकृति-प्रेमी ग्रामीण इन बंदरों को भोजन उपलब्ध कराते हैं और उनकी सुरक्षा व संरक्षण के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, आज मैंने इन बंदरों को केले खिलाकर बेहद खास अनुभव किया।

मंत्री हजारिका ने यह भी याद दिलाया कि कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में बारेकुरी गांव के इस प्रयास की सराहना की थी। उन्होंने कहा, हम सभी को बारेकुरी गांववासियों से प्रेरणा लेकर ऐसे दुर्लभ जीवों के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। मैं ग्रामीणों को धन्यवाद देता हूं और उनसे अपील करता हूं कि वे भविष्य में भी वन्यजीवों के प्रति संवेदनशील बने रहें।

(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश

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