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विश्व पर्यावरण दिवस पर गंगादशमी का अनूठा संयोग: प्रदेश में मनाया जाएगा जल स्वावलम्बन पखवाड़ा

विश्व पर्यावरण दिवस पर गंगादशमी का अनूठा संयोग: प्रदेश में मनाया जाएगा जल स्वावलम्बन पखवाड़ा

जयपुर, 28 मई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार जल एवं पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से नीतिगत निर्णय लेकर राजस्थान को स्वस्थ एवं स्वच्छ प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) के अवसर पर इस वर्ष गंगादशमी का अनूठा संयोग बना है। गंगादशमी की मान्यता को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार इस अवसर को जल स्वावलम्बन पखवाड़़े के माध्यम से वर्षा जल के अधिक संग्रहण तथा जल स्रोतों के रख-रखाव एवं स्वच्छता के लिए व्यापक स्तर पर मनाने जा रही है।

शर्मा ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित बैठक में निर्देश दिए कि जल स्वावलम्बन पखवाड़े में आयोजित होने वाली गतिविधियों में आमजन की पूर्ण सहभागिता सुनिश्चित हो तथा प्रत्येक गांव को इन गतिविधियों में जोड़ा जाएं ताकि यह एक जन आंदोलन का रूप ले सके।

5 जून से 20 जून तक मनाया जाएगा जल स्वावलम्बन पखवाड़ा

मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 जून से 20 जून तक जल स्वावलम्बन पखवाड़़ा मनाया जाएगा। इस दौरान गंगा दशमी एवं विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में प्रत्येक ग्राम एवं शहर में समस्त विभागों द्वारा जल स्रोतों, नदियों, जल धाराओं एवं तालाबों पर पूजन कलश यात्रा, जागरूकता अभियान, स्वच्छता अभियान एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही विभिन्न जल संग्रहण संरचनाओं का लोकार्पण एवं नई संरचनाओं का शुभारम्भ भी किया जाएगा। इसी तरह प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की 10 नई जलग्रहण परियोजनाओं का शुभारम्भ भी होगा।

जल संचयन बनें जन-अभियान

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘सबका श्रम-सबकी सहभागिता’ की भावना के साथ जल स्वावलम्बन पखवाड़े में आयोजित होने वाली गतिविधियों की जागरूकता के लिए वृहद् स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए तथा जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं आमजन को सहभागिता के लिए प्रेरित किया जाए। साथ ही, उन्हें सरकारी संस्थाओं में दान करने एवं रेलवे स्टेशनों आदि पर यात्रियों एवं आमजन के लिए जल सेवा की व्यवस्था एवं पक्षियों के लिए परिंडे लगाने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी ऐसी संस्थाओं एवं समाजसेवियों का सम्मान करते हुए उन्हें प्रोत्साहित करेगी।

शर्मा ने कहा कि कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के अन्तर्गत भामाशाहों, प्रवासी राजस्थानियों के माध्यम से क्राउण्ड फण्डिंग द्वारा व कॉरपोरेट की सामाजिक जिम्मेदारी निधि के तहत रिचार्ज/जल संरक्षण संरचनाओं का निर्माण करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल स्वावलम्बन पखवाड़े में पेयजल स्रोतों की सफाई मरम्मत, जल बचत हेतु जन जागरूकता अभियान सहित अन्य कार्यक्रम भी संचालित किए जाएंगे। उन्होंने इस दौरान अस्पतालों सहित सरकारी संस्थाओं में स्वच्छता संबंधी गतिविधियों एवं सीएसआर के जरिए जन भागीदारी बढ़ाने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान एवं हरियालो राजस्थान मिशन के अन्तर्गत प्रदेश ने पिछले वर्ष 7 करोड़ से अधिक पौधारोपण का रिकॉर्ड बनाया था। इस वर्ष भी 11 करोड़ पौधारोपण के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आगामी मानसून सत्र में पौधारोपण की आवश्यक गतिविधियों की भी तैयारियां शुरू की जाएं।

पर्यटन स्थलों पर हो योगाभ्यास का आयोजन

शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर विश्व भर में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से योग का बड़ा महत्व है और राज्य सरकार ने योग को आमजन के जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने के क्रम में कई निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान का पर्यटन दुनियाभर में बेजोड़ है। इसलिए इस वर्ष के योग दिवस के आयोजन को प्रदेश की संस्कृति एवं धरोहर से जोड़ते हुए प्रत्येक संभाग व जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर योगाभ्यास का आयोजन सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही, ब्लॉक, ग्राम पंचायत, आयुष्मान आरोग्य मंदिर और सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थानों में भी योगाभ्यास का आयोजन किया जाए। बैठक में उन्होंने अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए भी दिशा-निर्देश भी प्रदान किए।

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(Udaipur Kiran)

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