झाबुआ, 30 दिसंबर (Udaipur Kiran) । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्ष व प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विधि सक्सेना की अध्यक्षता में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा संचालित नालसा (मानसिक बीमारी व बौद्धिक अयोग्यता ग्रस्त व्यक्तियों के लिए विधिक सेवाएं) योजना 2024 के अंतर्गत गठित समिति के लिये आयोजित दो दिवसीय ओरियंटेशन कार्यक्रम आज सोमवार को संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मानसिक बीमारी व बौद्धिक रूप से अयोग्य व्यक्तियों के लिए कानूनी सेवाओं को और अधिक सुलभ ओर प्रभावी बनाना है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत मानसिक बीमारी व बौद्धिक अयोग्यताग्रस्त व्यक्तियों के अधिकारो, उनकी सुरक्षा और कानूनी सहायता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हैमंत सिंह द्वारा सत्र संचालित करते हुए मानसिक बीमारी व बौद्धिक अयोग्यताग्रस्त व्यक्तियों के हितार्थ विधायिका द्वारा निर्मित कानूनों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
हैमंतसिंह के अनुसार यह कार्यक्रम मानसिक बीमारी व बौद्धिक अयोग्यताग्रस्त व्यक्तियों को कानूनी सहायता प्रदान करने के प्रयासों को और अधिक प्रभावी और व्यापक बनाने की दिशा में उठाया गया प्रथम कदम है जो निश्चय ही आगे चलकर एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
समापन सत्र में मानसिक बीमारी व बौद्धिक अयोग्यताग्रस्त व्यक्तियों के अधिकारों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील और सर्तक रहने का संकल्प लिया गया। साथ ही नालसा के थीम गीत अन्याय न सहो का जिविसेप्रा झाबुआ द्वारा स्थानीय भाषा में अनुवादित गीत प्रतिभागियों को प्रेरणा के रूप में सुनाया गया।
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(Udaipur Kiran) / उमेश चंद्र शर्मा