Gujarat

एक वर्ष में कुल 4793 नागरिक मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से रूबरू हुए, 83 फीसदी शिकायतों का हुआ समाधान

मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल

– विजिटर मैनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत नागरिक मुख्यमंत्री से प्रत्यक्ष मिल सकते हैं

अहमदाबाद, 30 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार नागरिकों की सेवा के लिए लगातार कार्यरत है। यदि आम जन को कोई परेशानी या शिकायत हो, तो वह किसी भी माध्यम से उच्च स्तर तक अपनी बात पहुंचा सकता है। जनसामान्य के सशक्तिकरण के जरिए सुशासन का उदाहरण पेश करने वाले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने नागरिकों से प्रत्यक्ष मुलाकात कर उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए विजिटर मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया था, जिसके अंतर्गत अब तक 83 फीसदी समस्याओं का निस्तारण किया जा चुका है।

कैसे काम करता है विजिटर मैनेजमेंट सिस्टम

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 9 जनवरी, 2023 को गुजरात के नागरिकों से प्रत्यक्ष मुलाकात कर उनकी शिकायतों का प्रभावी और पारदर्शी समाधान करने के लिए विजिटर मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया था। इस सिस्टम के अंतर्गत मुख्यमंत्री सप्ताह के पहले दो दिन- सोमवार और मंगलवार को आवेदकों के साथ प्रत्यक्ष मुलाकात करते हैं। मुलाकात के लिए आने वाले सभी नागरिकों का पहले विजिटर मैनेजमेंट सिस्टम पोर्टल पर पंजीकरण किया जाता है। उसके बाद उनके अभ्यावेदनों को शिकायत और शुभेच्छा, दो तरह की श्रेणियों में विभाजित किया जाता है।

शुभेच्छा श्रेणी के नागरिकों को मुख्यमंत्री से प्रत्यक्ष मिलने का पास जारी किया जाता है, जबकि शिकायत श्रेणी के नागरिकों की शिकायतों को मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी द्वारा विस्तार से सुनने के बाद एक संक्षिप्त नोट तैयार किया जाता है। उसके बाद पास जारी कर मुख्यमंत्री के समक्ष रूबरू मुलाकात के लिए भेजा जाता है। मुख्यमंत्री आवेदक की शिकायत को समझकर संबद्ध लोगों को समस्या के शीघ्र समाधान का सख्त निर्देश देते हैं। इसके लिए संबंधित कार्यालय या विभागों के साथ लगातार फॉलोअप और निगरानी की जाती है। उल्लेखनीय है कि विजिटर कार्यक्रम को अधिक संवेदनशील और प्रभावी बनाने तथा नागरिकों के अभ्यावेदनों और शिकायतों का निर्धारित ससमय सीमा में गुणात्मक समाधान करने के लिए ऑटो एस्केलेशन मैट्रिक्स पद्धति भी लागू की गई है।

83 फीसदी शिकायतों का हुआ निराकरण

विजिटर मैनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत वर्ष 2023 से अब तक कुल 4793 नागरिकों ने मुख्यमंत्री से प्रत्यक्ष मुलाकात की है। जिनमें से 3103 आवेदक शिकायत या अभ्यावेदन श्रेणी के अंतर्गत तथा 1690 आगंतुक शुभेच्छा श्रेणी के अंतर्गत मिले हैं। मुख्यमंत्री से प्रत्यक्ष मुलाकात करने वाले 4793 आवेदकों में से वर्तमान में 83 फीसदी आवेदकों की शिकायतों का समाधान किया गया है।

शिकायतों की गंभीरता के आधार पर उनका 3 चैनलों में वर्गीकरण

विजिटर मैनेजमेंट सिस्टम में आवेदकों द्वारा की गई शिकायतों या अभ्यावेदनों को उनकी गंभीरता या जटिलता के आधार पर ग्रीन, येलो और रेड चैनल में वर्गीकृत किया जाता है। आवेदक द्वारा की गई शिकायत या अभ्यावेदन की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए तथा त्वरित निस्तारण के उद्देश्य से सीएम डेस्क, जनशिकायत तथा तालुका, जिला स्वागत में एंट्री की जाती है।

एमपी-एमएलए सेल के तहत 93 फीसदी शिकायतों का निस्तारण

प्रशासनिक शिकायतों का व्यवस्थित समाधान करने में मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत एमपी-एमएलए यूनिट भी अहम भूमिका निभाता है। सांसदों और विधायकों के निर्वाचन क्षेत्र के साथ ही लोक प्रशासन से संबंधित विभिन्न अभ्यावेदनों और शिकायतों को ध्यान में रखकर एमपी-एमएलए सेल की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री इस सेल के कामकाज का सीधा निरीक्षण करते हैं।

एमपी-एमएलए सेल के तहत सांसदों और विधायकों द्वारा वर्तमान 15वीं विधानसभा में अब तक की अवधि में लगभग 14,500 अभ्यावेदन दिए गए हैं, जिनमें से 93 फीसदी अभ्यावेदनों का निस्तारण कर दिया गया है। एमपी-एमएलए यूनिट की स्थापना के बाद जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक खंड के बीच संवाद और भी बेहतर हुआ है, जिससे विकास के कार्यों में तेजी आई है।

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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय

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