
बुरहानपुर, 6 जून (Udaipur Kiran) । बुरहानपुर जिले के चाकबारा गांव के पास शुक्रवार सुबह जंगल में गोंद निकालने गए एक युवक पर बाघ ने हमला कर दिया। बाघ के हमले में युवक काे गले पर पंजे के गहरे घाव लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद गांव में दहशत फैल गई है। वन विभाग जांच में जुटा है, लेकिन बाघ की पुष्टि नहीं की गई है।
जानकारी के अनुसार मृतक 22 वर्षीय गुणेश पुत्र सुरपाल भिलाला शुक्रवार सुबह छह बजे बोदरली रेंज के चाकबारा गांव से सटे मगरडोह के जंगल में गोंद निकालने गया था। इस दौरान अचानक बाघ ने उस पर हमला कर दिया। बाघ के पंजे से गले पर गहरा घाव लगने से उसकी मौत हो गई। शव के पास बाघ काफी देर तक बैठा रहा। ग्रामीणों ने शोर मचाया, तब जाकर वह जंगल की ओर भागा। गणेश के साथ गए तीन अन्य युवक अलग-अलग स्थानों पर गोंद निकाल रहे थे। वे गांव लौटे तो गणेश नहीं मिला। काफी देर इंतजार करने व फोन नहीं उठाने पर उसे खोजने वापस जंगल पहुंचे। उन्हें उसका शव मिला। उसके पास में बाघ भी मौजूद था।
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक गणेश का एक माह पहले ही विवाह हुआ था। अचानक हुई इस घटना से पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक सात भाई-बहन हैं। परिवार खेती व मजदूरी कर जीवन यापन करता है। ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र में इससे पहले बाघ की कोई उपस्थिति नहीं देखी गई थी। घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग के एसडीओ अजय सागर, रेंजर व खकनार थाना प्रभारी अभिषेक जाधव मौके पर पहुंचे। कागजी प्रक्रिया के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। युवकों का दावा है कि उन्होंने खुद बाघ को देखा, लेकिन वन विभाग अब तक हमले की पुष्टि नहीं कर पाया है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है। युवक की मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। वन विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
