नई दिल्ली, 26 अगस्त (Udaipur Kiran) । भारत सरकार के चार प्रमुख मंत्रियों के एक दल ने सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम और प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा की गई।
वित्त मंत्रालय ने ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी एक बयान में बताया कि चार भारतीय कैबिनेट मंत्रियों का प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर में राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम और प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग से मुलाकात की। इन कैबिनेट मंत्रियों में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव शामिल थे। उल्लेखनीय है कि भारत-सिंगापुर के रिश्तों को मजबूत करने और द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए सिंगापुर में आयोजित दूसरा भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन हुआ। इसमें भारत के चार केंद्रीय मंत्रियों ने हिस्सा लिया।
मंत्रालय के मुताबिक इन नेताओं ने सिंगापुर के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के दौरन डिजिटलीकरण, हरित पहल और कौशल विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करके भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने पर चर्चा की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम की सराहना की कि वे दूरगामी सुधारों को विकसित करने में अपने मौलिक योगदान के माध्यम से बहुपक्षवाद के एक मजबूत समर्थक हैं, जो सरकारों और संस्थानों को 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने में सक्षम बना सकते हैं। निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2023 में जी-20 भारतीय प्रेसीडेंसी के दौरान बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) को मजबूत करने पर जी-20 विशेषज्ञ समूह के सदस्य के रूप में अमूल्य योगदान के लिए राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम के प्रति आभार व्यक्त किया।
(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर / जितेन्द्र तिवारी