जोधपुर, 9 जनवरी (Udaipur Kiran) । शहर के महामंदिर स्थित मोहन नगर बी बीजेएस कॉलोनी में रहने वाले सीनियर सिटीजन को बदमाश ने पुलिस अधिकारी बन कर मनी लॉड्रिंग केस में फंसाने का झांसा देकर 4.5 लाख रुपयों की ठगी कर ली। पीड़ित को दो दिन बाद रुपये लौटाने को कहा, मगर रुपये वापिस नहीं मिलने पर वृद्ध को ठगी का अहसास हुआ। इस पर उन्होंने अब महामंदिर थाने में इसकी रिपोर्ट है। पुलिस ने इसमें अग्रिम पड़ताल आरंभ की है।
महामंदिर पुलिस ने बताया कि घटना को लेकर 76 साल के मोहननगर बी बीजेएस कॉलोनी महामंदिर निवासी चैनसिहं राठौड पुत्र पृथ्वीसिंह राठौड की तरफ से रिपोर्ट दी गई है। इसमें बताया कि 5 जनवरी को उनके पास में एक मोबाइल से कॉल आया था। कॉल करने वाले ने वीडियो कॉल कर बताया कि वह आईपीएस राजेश प्रधान बोल रहा है। उसने पुलिस की वर्दी भी पहन रखी थी। उसने कहा कि आपके खिलाफ मनी लॉड्रिंग का केस है और वह इसमें जांच का अधिकारी है। बदमाश ने कहा कि उनके बैंक के सेविंग एकाउंट राइकाबाग शाखा में जो रुपया है उसकी जानकारी दो। इस पर झांसे में आए वृद्ध चैन सिंह राठौड़ ने उसे जानकारी दिए जाने के साथ शातिर के एकाउंट में 4,05,645.82 जमा करवा दिए। बाद में शातिर ने कहा कि उसे पैसे मिल गए है। फिर कहा कि एकाउंट की जांच में पता लगा कि मनी लॉड्रिंग केस में वृद्ध चैन सिंह का कोई इन्वालमेंट नहीं है और वह दो दिन में पैसे लौटा देगा। मगर 7 जनवरी तक पैसे वापिस नहीं मिलने पर उन्होंने कॉल किया तो शातिर ने फोन नहीं उठाया। बाद में वृद्ध को ठगी का अहसास होने पर महामंदिर थाने पहुंचे और केस दर्ज करवाया। उनके द्वारा रकम आरजीटीएस के माध्यम से किसी प्रताप गर्ग के खाते में डाली गई थी।
(Udaipur Kiran) / सतीश