
दार्जिलिंग, 30 नवंबर (Udaipur Kiran) । हैदराबाद से दो सफेद बाघों के साथ कई नए मेहमानों को दार्जिलिंग के पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क में लाया गया है। पर्यटन सीजन के दौरान ये पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करने वाले हैं। राज्य चिड़ियाघर प्राधिकरण के सदस्य सचिव सौरभ चौधरी ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हैदराबाद से दार्जिलिंग चिड़ियाघर में सफेद बाघ और एक गोल्डन लोमड़ी का जोड़ा लाया गया है। नर बाघ की उम्र चार साल और मादा की उम्र सात साल है। इसके बजाय, रॉयल बंगाल टाइगर की एक जोड़ी, गोल्डन तीतर की एक जोड़ी, एक सिल्वर तीतर, एक लेडी एमहर्स्ट तीतर और एक चिर तीतर को हैदराबाद चिड़ियाघर भेजा गया है। यह चिड़ियाघर देश-विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षणों में से एक है। पद्मजा नायडू प्राणी उद्यान के अंतर्गत टोपकेदारा प्रजनन केंद्र ने हिम तेंदुआ, हिमालयी भेड़िये, लाल पांडा जैसे जंगली जानवरों का सफलतापूर्वक कृत्रिम प्रजनन किया है। चार लाल पांडा और हिम तेंदुओं की एक जोड़ी का जन्म बंदी प्रजनन के माध्यम से हुआ था। हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान एक बच्चे हिम तेंदुए का नाम चार्मिंग और दूसरे का नाम डार्लिंग रखा था। सब कुछ ठीक रहा तो नए साल की शुरुआत में पर्यटकों को नए मेहमानों से मुलाकात होगी।
(Udaipur Kiran) / सचिन कुमार
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