-केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 14वीं ऑल इंडिया नागरिक संरक्षण तथा होमगार्ड्स कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ कराया
गांधीनगर, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को महात्मा मंदिर-गांधीनगर में दो दिवसीय 14वीं ऑल इंडिया नागरिक संरक्षण एवं होमगार्ड्स कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन अवसर पर कहा कि आगामी चार महीने में सिविल डिफेंस और होमगार्ड के जवानों के लिए नया चार्टर भी तैयार किया जाएगा, जिसमें आपातकालीन समय में उनका योगदान, यातायात प्रबंधन की संस्थागत व्यवस्था, युद्ध की स्थिति में बचाव कार्य कैसे करें, नागरिकों की सुरक्षा और उनके मनोबल को कैसे बढ़ाएं आदि विषयों को भी शामिल किया जाएगा।
शाह ने कहा कि इसके साथ चार्टर में सामाजिक जागरूकता अभियान जैसे कि नशा मुक्त भारत, स्वच्छ भारत, वृक्षारोपण, प्लास्टिक मुक्त भारत, पोषण युक्त भारत और महिला सुरक्षा आदि को लेकर और अधिक जागरूकता पैदा करने वाले विषयों का भी समावेश किया जाएगा। इसके अलावा, स्थानीय कानून व्यवस्था के संबंध में प्रशिक्षण का रोडमैप, शिक्षा में सहयोग जैसे कि ड्रॉपआउट रेशियो और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार जैसे मुद्दों को भी शामिल किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने उपस्थित अधिकारियों से इस नए चार्टर में सुधार के लिए योग्य सुझाव देने को कहा। शाह ने कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पाँच सत्र आयोजित होंगे, जिसमें राज्यों के बीच सुरक्षा और सेवा को ध्यान में रखकर तथा दोनों संगठनों को अधिक सुदृढ़ व मजबूत बनाने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाषा, संस्कृति, परंपरा तथा संस्कार को बचाकर वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प में सभी कड़ियों का सहयोग आवश्यक है। इसमें एक भी कड़ी कमजोर नहीं रहनी चाहिए। इस संकल्प को साकार करने के लिए सेवा व सुरक्षा सहित प्रत्येक क्षेत्र में भारत का श्रेष्ठ विकास करना जरूरी है, जिसे चरितार्थ करने में यह दो दिवसीय सम्मेलन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
केन्द्रीय मंत्री ने आगे कहा कि स्वतंत्रता के पूर्व से सिविल डिफेंस तथा होमगार्ड के जवान देश हित में सेवा दे रहे हैं। वर्ष 1962 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने महानिदेशालय की स्थापना की थी और वर्ष 1965 में सिविल डिफेंस-होमगार्ड जवानों ने देशहित में महत्वपूर्ण योगदान दिया था, जिसके हिस्से के रूप में वर्ष 1968 में सिविल डिफेंस एक्ट पारित किया गया था। केंद्रीय गृह मंत्री ने होमगार्ड तथा सिविल डिफेंस के जवानों के कोविड-19 महामारी के दौरान किए कार्यों की सराहना की।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में होमगार्ड और सिविल डिफेंस में कार्यरत कर्मियों के अद्यतन प्रशिक्षण और तैयारी के लिए केंद्र सरकार द्वारा आवंटित 150 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि ‘राष्ट्र प्रथम’ के निष्ठाभाव से सेवारत होमगार्ड तथा सिविल डिफेंस 2047 के विकसित भारत के निर्माण में अग्रसर रहेंगे। केंद्रीय अग्निशमन सेवा, नागरिक सुरक्षा, होमगार्ड के महानिदेशक विवेक श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण किया। गुजरात होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा के निदेशक मनोज अग्रवाल ने आभार व्यक्त किया।
सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से इन दोनों बलों के आईएएस, जीएएस, डीजी, एडीजी, आईजी, डीआईजी और एसपी रैंक के 60 से अधिक वरिष्ठ अधिकारी और बल के 1200 से अधिक मानद सदस्यों ने हिस्सा लिया है। सम्मेलन की शुरुआत में दाहोद और धंधुका के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, सांसदों और विधायकों के अलावा राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एम.के. दास, कई उच्च पुलिस अधिकारी और गुजरात सहित देशभर से आए होमगार्ड के अधिकारी और जवान उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय