Uttar Pradesh

बजट समग्र विकास और आर्थिक प्रगति की दिशा में एक संतुलित प्रयास: प्रो. आद्या प्रसाद पाण्डेय

डॉ वीणा पांडेय
प्रो. आद्या

—बजट को इण्डियन इकोनॉमिक एसोसिएशन ने सराहा

वाराणसी,01 फरवरी (Udaipur Kiran) । आम बजट को इण्डियन इकोनॉमिक एसोसिएशन ने समग्र विकास और आर्थिक प्रगति की दिशा में एक संतुलित प्रयास बताया है। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अर्थशास्त्र विभाग काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आद्या प्रसाद पाण्डेय ने बजट की सराहना की। उन्होंने कहा कि बजट में मध्यम वर्ग के लिए आयकर में दी गई राहत स्वागत योग्य है। इससे उनकी क्रय शक्ति में वृद्धि होगी और अर्थव्यवस्था में मांग को प्रोत्साहन मिलेगा।

प्रोफेसर पाण्डेय ने बताया कि आयकर छूट सीमा को 12 लाख रूपए वार्षिक तक बढ़ाना एक ऐतिहासिक निर्णय है। यह न केवल मध्यम वर्ग को राहत प्रदान करेगा बल्कि उनके खर्च करने की क्षमता को भी बढ़ाएगा। उन्होंने सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र के लिए विशेष योजनाओं की सराहना की। दालों और कपास के लिए नए मिशन से किसानों की आय में वृद्धि की उम्मीद है। प्रो.पांडेय ने कहा कि बीमा क्षेत्र में 100फीसदी एफडीआई की अनुमति से विदेशी निवेश को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, लघु और स्टार्टअप उद्योगों के लिए विशेष प्रोत्साहन एक सकारात्मक कदम है। ऊर्जा के क्षेत्र में नए परमाणु ऊर्जा मिशन की शुरुआत को उन्होंने दीर्घकालिक विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।

भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधान परिषद सदस्य डॉ वीणा पांडेय ने बजट को महिला, किसान ,ग़रीब,नौजवान एवं भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए कल्याणकारी बताया। उन्होंने कहा कि बजट में उल्लिखित समावेशी किसान योजना,धन-धान्य योजना,बिहार के मखाना किसानों के लिए योजना, नेशनल मिशन फॉर हाई येल्डिंग सीड योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, कॉटन ग्रोइंग मिशन जैसी योजनाएं भारत की आत्म निर्भरता के लिए मील का पत्थर साबित होंगी। एमएसएमई के विकास के लिए कई सराहनीय कदम उठाये गये हैं। महिलाओं को उद्यमी के रूप में विकसित करने की योजना, स्टार्टअप हेतु धन देने की घोषणा, बिहार में राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी मिशन, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ूड टेक्नोलॉजी की स्थापना,खिलौना उद्योग को प्रोत्साहन देने की योजना जैसे अनेकों विकास परक घोषणायें भारत की समृद्धि में चार चांद लगायेंगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान बजट सर्वग्राही एवं सर्वस्पर्शी है।

प्रबंधन अध्ययन संकाय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व डीन प्रो. एचपी माथुर ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसमें नवाचार को बढ़ावा देने, शिक्षा को बढ़ाने, स्टार्टअप को समर्थन देने और स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से कई दूरदर्शी पहलों की श्रृंखला पेश की गई है। उल्लेखनीय हाइलाइट्स में शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना, स्टार्टअप को सशक्त बनाने के लिए 10,000 रूपए करोड़ का फंड ऑफ फंड्स , अटल टिंकरिंग लैब्स का विस्तार और चिकित्सा शिक्षा में सुधार पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करना शामिल है। उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में 500 करोड़ रूपए का निवेश हाेगा। स्टार्टअप को समर्थन देने और हाशिए पर पड़े उद्यमियों के उत्थान के लिए 10,000 करोड़ रूपए का फंड ऑफ फंड्स भी बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि बजट का विषय संतुलित क्षेत्रीय विकास सुनिश्चित करके ‘सबका विकास’ प्राप्त करने पर केंद्रित है।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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