
मंडी, 30 जून (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में मंडी समेत चार जिलों में मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश का अर्लट जारी किया गया है। जिसके चलते रविवार सुबह हुई भारी बारिश से मंडी जिला के नदी-नालों का जल स्तर बढ़ गया है। वहीं पर ब्यास की सहायक नदियों पार्वती, सैंज और तीर्थन का जल स्तर बढ़ जाने से पंडोह डैम के सभी पांचों गेट खोल दिए गए। इसके अलावा गोहर क्षेत्र की ज्यूणी घाटी से आने वाली ज्यूणी खड्ड भी विकराल रूप धारण किए हुए थी। इसके अलावा बरोट क्षेत्र से आने वाली उहल नदी और मंडी के साथ बहती सुकेती खडड भी उफान पर रही।
मंडी में बारिश का कहर जगह जगह दरके पहाड़, यातायात बाधित, मंडी शहर के बीचोंबीच और अधिक दरक गई पहाड़ी, एक दर्जन घरों को खतरा, लोग घरों में ही दुबके रहे । मंडी में बारिश का कहर दूसरे दिन भी जारी रहा। रात भर व सोमवार को पूरा दिन होती रही बारिश ने लोगों को घरों के अंदर ही दुबके रहने को मजबूर कर दिया। मजदूर भी काम पर नहीं जा सके। अलर्ट के चलते स्कूल कॉलेजों में छुट्टी रही।
इधर मंडी शहर में डेढ़ करोड़ की लागत आधुनिक तकनीक से रोके गए भूसख्लन के फिर से टूट जाने का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। जाली व रॉक बोल्टिंग को तोड़ते हुए मलबा व चट्टानें सड़क पर आ गिरी। यह मार्ग अति व्यस्त है व शहर का प्रवेश द्वार है। खतरा देखते हुए इसे बंद कर दिया गया।
विधायक सदर अनिल शर्मा नगर निगम के महापौर वीरेंद्र भट्ट ने भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ मौके का दौरा किया। महापौर ने कहा कि आधुनिक तकनीक फेल हो गई है। इसे नगर निगम के हवाले किया जाए। नगर निगम इसका स्टेप वाई स्टेप निर्माण करेगी और पार्किंग व शॉपिंग कांपलेक्स आदि बनाकर इस समस्या को हमेशा के लिए खत्म कर देगी। इस दौरान कई पार्षद भी मौजूद रहे। इसे लेकर एक विशेष बैठक भी नगर निगम कार्यालय में की गई जिसमें आयुक्त नगर निगम रोहित राठौर, अतिरिक्त आयुक्त विजय कुमार समेत अन्य अधिकारी भी शामिल रहे।
इधर, लगातार बारिश से ब्यास नदी, सुकेती खड्ड समेत सभी नदी नाले उफान पर रहे। बारिश से जगह जगह सड़कों पर पानी जमा हो गया है। हालत बेहद चिंताजनक होते जा रहे हैं। सभी नालियां बंद हो चुकी हैं, पानी सीधे सड़कों से होकर मलबे के साथ बह रहा है।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
