

जयपुर, 30 जून (Udaipur Kiran) । राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने सोमवार को कॉन्स्टीट्यूशनल क्लब में राजस्थान प्रगतिशील मंच (पूर्व विधायक संघ) द्वारा आयोजित स्नेह मिलन समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ भाग लिया।
समारोह में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व विधायक संघ के संरक्षक हरिमोहन शर्मा और जीतराम सहित संसदीय संस्थाओं से जुड़े रहे वरिष्ठ जन, पूर्व विधायक आदि उपस्थित रहे।
राज्यपाल बागडे ने समारोह से पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और विधानसभा अध्यक्ष देवनानी के साथ ‘एक पेड़ मां के नाम’ के अंतर्गत गमलों में पौधारोपण भी किया।
राज्यपाल बागडे ने कहा कि संविधान सर्वोच्च है। लोकतंत्र की सुदृढ़ता के लिए सबको मिलकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने लोकतंत्र में विधायिका की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इससे जुड़े सभी लोगों के विकास के लिए भी प्रभावी प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने पूर्व विधायकों को पेंशन और अन्य विकास मुद्दों पर मिलकर कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यपाल संवैधानिक संस्थाएं हैं। इन पर संविधान के संरक्षण का दबाव होता है। अन्य किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं होता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र तभी सुदृढ होता है जब जनप्रतिनिधि जनता के हित के लिए निरंतर कार्य करें।
राज्यपाल ने कहा कि संविधान सर्वोच्च है। इसमें बदलाव नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन यह भी है कि कल्याणकारी योजनाएं जन—जन तक प्रभावी रूप में पहुंचे। इस हेतु वह राजस्थान के सुदूर स्थानों तक गए हैं और इस बात को सुनिश्चित किया है कि आदिवासी क्षेत्रों में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाएं सभी तक सहज रूप में पहुंच सके।
राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान पीओके लार्ड माउंटबेटन के दबाव से बना। उन्होंने सभी के लिए शिक्षा को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि शिक्षा का राष्ट्र निर्माण में कैसे उपयोग हो, इसके लिए सभी मिलकर कार्य करें। उन्होंने राजस्थान के लोगों को देव—धर्म में विश्वास रखने वाला बताते हुए कहा कि वे उदात्त मूल्यों में विश्वास रखने वाले हैं।
—————
(Udaipur Kiran)
