
जयपुर, 23 जून (Udaipur Kiran) । एसएमएस थाना पुलिस ने 75 लाख रुपये के आभूषणों की लूट के मामले का खुलासा करते हुए मुंबई और भरतपुर की अंतरराज्यीय गैंग के चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से लूटे गए आभूषणों में एक कीमती रत्नों की माला, वारदात में प्रयुक्त हथियार, दो बाइक और एक चौपहिया वाहन भी बरामद किया है।
जयपुर पूर्व की पुलिस उपायुक्त तेजस्विनी गौतम ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में अरविंद उर्फ नेता (27) निवासी सेवर, भरतपुर; राहुल चौधरी (22) निवासी कोतवाली, भरतपुर; धर्मवीर सिंह उर्फ राहुल उर्फ भूरा (24) निवासी सेवर, भरतपुर (हाल बस्सी, जयपुर); और अनिकेत उर्फ लाला निवासी निहालगंज, धौलपुर (हाल मुंबई) शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य दो बदमाश संतोष चौहान और विशाल उर्फ बिस्सु की तलाश में दबिश दी जा रही है।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों को यह सूचना मिली थी कि जौहरी बाजार स्थित रत्नासागर बिल्डिंग में हवाला व लॉकर से जुड़ा बड़ा लेनदेन होता है। गिरोह ने वारदात से पहले चार दिनों तक बिल्डिंग की रेकी की और योजना बनाई कि किसी व्यापारी के भरे बैग के साथ बाहर निकलते ही बाइक से पीछा कर, मिर्ची स्प्रे या ग्लास हैमर से हमला कर लूट को अंजाम देंगे।
चार जून को जवाहरात व्यापारी बृजमोहन गांधी ने थाने में रिपोर्ट दी थी कि वह तीन जून को शाम के समय अपनी बलेनो कार से रत्नासागर बिल्डिंग से निकले थे। उनके पास दो पन्ना अंगूठियां (4 ग्राम), एक हीरे की अंगूठी (12 ग्राम), दो पन्ना मालाएं (700 सीटी), नौ रुबी के मणियों के पैकेट (1,500 सीटी), 40,000 रुपये नकद और दो चाबियों के गुच्छे थे। जब वे रामसिंह रोड पर रेड लाइट के पास रुके, तभी बाइक सवार दो युवकों ने कार का शीशा तोड़कर बैग लूट लिया।
जांच के दौरान पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बस्सी स्थित एक मकान तक पहुंची और वहां से धर्मवीर उर्फ राहुल को पकड़ा। पूछताछ में उसने साथी आरोपियों के नाम उजागर किए। इसके बाद अनिकेत को मुंबई से तथा राहुल चौधरी और अरविंद उर्फ नेता को जयपुर-आगरा रोड के पास से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी फ्लिपकार्ट से ग्लास हैमर और मिर्च पाउडर स्प्रे मंगवाकर वारदात को अंजाम देते थे। वे आमतौर पर बाइक पर सवार होकर लूट करते और घटना के बाद वाहन को किसी अन्य व्यक्ति को सौंपकर खुद बस, कैब या ट्रेन से फरार हो जाते थे। बाइक उपलब्ध कराने वाले को लूट के माल का एक-चौथाई हिस्सा दिया जाता था।
पूछताछ के दौरान आरोपियों से और भी आपराधिक वारदातों के खुलासे की उम्मीद की जा रही है। पुलिस टीमें अन्य साथियों की गिरफ्तारी और लूटे गए शेष माल की बरामदगी के प्रयास कर रही हैं।
—————
(Udaipur Kiran)
