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रविवार को वापस लौट जाएंगी हेली कपंनियां

केदारनाथ: 51 दिन में 13304 टिकट रद्द, हेली कंपनियों को 8.65 करोड़ का नुकसान

-डीजीसीए ने दो पायलट के लाइसेंस किये रद्द

रुद्रप्रयाग, 21 जून (Udaipur Kiran) । हेली कंपनियों के लिए केदारनाथ यात्रा का पहला चरण उतार-चढ़ाव से भरा रहा। कपाट खुलने से 21 जून तक आठ हेली कंपनियों की कुल 13304 टिकट रद्द हुईं, जिससे उन्हें 8.65 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ।

इस दौरान क्रिस्टल कंपनी के हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिग हुईं। वहीं, आर्यन हेलिकॉप्टर के क्रैश होने से पायलट सहित सात लोगों की दर्दनाक मौत भी हुई, जिसके बाद हेली कंपनियों ने एक भी उड़ान नहीं भरी। साथ ही हेली कंपनियां अपना सामान समेटने लगी है। रविवार को सभी हेली कंपनियां अपना सामान समेटकर वापस लौट जाएंगी।

इस वर्ष 02 मई से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा के लिए डीजीसीए ने आठ हेली कंपनियों को हेलिकॉप्टर सेवा की अनुमति दी थी। गुप्तकाशी, फाटा और शेरसी ने आठ हेली कंपनियों के 09 हेलिकॉप्टर से उड़ान शुरू हुई। पहले सप्ताह से मौसम और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव से यात्रा प्रभावित हुई, जिसका असर हेलिकॉप्टर सेवा पर भी पड़ा। इस दौरान 02 से 16 मई तक हेलिकॉप्टर की 1638 टिकट रद्द हुईं, जिसका प्रमुख कारण पाकिस्तान से लगे राज्यों के यात्रियों की ऑनलाइन बुकिंग रद्द करना था। यात्रा पटरी पर लौटी तो हेलिकॉप्टर की उड़ान को रफ्तार मिली। मौसम की बेरुखी के बीच मानों हेली कंपनियां अपने नुकसान की भरपाई करने में जुट गईं। स्थिति यह रही कि मई माह में नौ हेलिकॉप्टर औसतन 200 शटल प्रतिदिन करने लगे। जून महीने में मौसम में सुधार के साथ ही हेलिकॉप्टर की शटल में और अधिक इजाफा हुआ। स्थिति यह रही कि 4 से 6 जून तक तीन दिन में ही नौ हेलिकॉप्टर ने रिकार्ड 888 शटल की, जो नया रिकार्ड है। वहीं, 7 जून को बडासू में क्रिस्टल कंपनी के हेलिकॉप्टर की रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग के बाद डीजीसीए ने हेली कंपनियों पर सख्ती करते हुए उड़ान निर्धारित कीं गईं, जिसके बाद शटल नियंत्रित हुईं। लेकिन हेली कंपनियों को प्रतिदिन सैकड़ों टिकट रद्द होने से घाटा भी होने लगा। हेलिकॉप्टर सेवा नोडल अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 2 मई से 14 जून तक आठ कंपनियों के हेलिकॉप्टर ने कुल 88786 शटल हुईं, जिसमें 56044 यात्री यात्री केदारनाथ पहुंचे और बाबा केदार के दर्शन कर 54209 यात्री वापस लौटे। इस दौरान हेली कंपनियों ने कुल 57 करोड़ 76 लाख 1072 रुपये का कारोबार किया। वहीं, 15 जून को आर्यन हेली कंपनी के हेलिकॉप्टर के गौरी माई खर्क में क्रैश होने के बाद से हेलिकॉप्टर की उड़ान नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार, 2 मई से 21 जून तक हेली कंपनियों को 13304 टिकट रदद् करनी पड़ी, जिससे उन्हें 8.65 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।

क्रिस्टल कंपनी की सबसे ज्यादा 2143 टिकट हुई रद्द

रुद्रप्रयाग। टिकट रद्द होने से सभी हेली कंपनियों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा। इस दौरान क्रिस्टल हेली एविएशन की सबसे ज्यादा 2143 टिकट रद्द हुई। इसके अलावा ट्रांस भारत हेली कंपनी के दो हेलिकॉप्टर की क्रमश: 1124 व 991, हिमालयन हेली एविएशन की 1922, थंबी एविएशन की 1664, ग्लोबल वेक्ट्रा की 1448, पवन हंस की 1044, आर्यन हेली कंपनी की 1415 और एरौ एविएशन की 1532 हेली टिकट रद्द हुईं।

इनका कहना है —

नोडल अधिकारी हेलिकॉप्टर सेवा केदारनाथ यात्रा राहुल चौबे ने कहा कि केदारनाथ यात्रा के पहले चरण में मौसम और अन्य कारणों से सभी आठ हेली कंपनियों की कुल 13304 टिकट रद्द हुईं हैं। वहीं, 15 जून को आर्यन हेली कंपनी के हेलिकॉप्टर के क्रैश होने के बाद अन्य हेली कंपनियों के द्वारा खराब मौसम के चलते उड़ान नहीं हुई है। रविवार को सभी हेली कंपनियां वापस लौट जाएंगी।

(Udaipur Kiran) / दीप्ति

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