शिमला, 20 जून (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में नशे के खिलाफ पुलिस का अभियान और भी सख्त हो गया है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा अपनाई गई जीरो टॉलरेंस नीति के तहत प्रदेश में ड्रग माफिया और नशा तस्करों के खिलाफ लगातार बड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) द्वारा नशे के विरुद्ध चलाए गए विशेष अभियान में 19 मई से 19 जून 2025 तक के एक माह की अवधि में कुल 258 लोगों को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है, जो कि नशा विरोधी प्रयासों की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
इस एक माह में एसटीएफ ने राज्यभर में 183 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें वाणिज्यिक, मध्यवर्ती, छोटी मात्रा और नशीले पौधों की खेती से जुड़े प्रकरण शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। साथ ही पीआईटी एनडीपीएस एक्ट के तहत 21 लोगों के खिलाफ निवारक निरोध की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिनमें से छह मामलों में आदेश जारी हो चुके हैं और कुछ अन्य प्रक्रियाधीन हैं। इस दौरान पुलिस ने लगभग 2.69 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त की है, जिसकी पुष्टि सक्षम प्राधिकरण द्वारा की जा रही है। जब्त सामग्री में बड़ी मात्रा में चरस, हेरोइन, अफीम, पोस्ता भूसी, टैबलेट, कैप्सूल, इंजेक्शन, एलएसडी और 1.33 लाख से अधिक पोस्त के पौधे शामिल हैं।
वहीं, एएनटीएफ ने भी बीते एक माह में 12 मामले दर्ज कर नशीले पदार्थों की बरामदगी की है, जिनमें चरस, हेरोइन, पोस्ता भूसी, प्रतिबंधित कैप्सूल और 1.30 लाख से अधिक नशीले पौधे जब्त किए गए हैं। ये टीमें न केवल नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही हैं, बल्कि समाज को जागरूक करने के लिए भी लगातार अभियान चला रही हैं। स्कूलों और कॉलेजों में आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया जा रहा है और उन्हें समाधान का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन आम जनता को भी इस लड़ाई में भागीदार बना रहे हैं। “ड्रग फ्री हिमाचल” मोबाइल ऐप और टोल फ्री नंबर 1908 के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान गोपनीय रखते हुए सूचना दे सकता है।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
