
मीरजापुर, 19 जून (Udaipur Kiran) । पूर्वांचल के चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र के लिए यह बड़ी खबर है। एपेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड हॉस्पिटल चुनार को राष्ट्रीय आयुर्वेद आयोग (एनसीआईएसएम) से शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए बीएएमएस पाठ्यक्रम में 100 सीटों की अनुमति मिल गई है।
एनसीआईएसएम अधिनियम 2020 की धारा 28 के तहत मिली यह स्वीकृति संस्थान के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। संस्थान के संरक्षक प्रो. डॉ. एसके सिंह, डीन प्रो. सुनील मिस्त्री और प्रधानाचार्य प्रो. पीके सिंह के नेतृत्व और निरंतर प्रयासों से यह सम्भव हो पाया। 2017 में स्थापित इस संस्थान में अब छात्र आयुर्वेद की पारम्परिक चिकित्सा के साथ-साथ आधुनिक सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा पद्धतियों का भी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। संस्थान से संबद्ध एनएबीएच से मान्यता प्राप्त आयुर्वेदिक हॉस्पिटल, एपेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल चुनार और एपेक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल वाराणसी में विद्यार्थियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलेगा।
प्रशिक्षण में ट्रॉमा केयर, ऑर्थोपेडिक्स, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी और स्त्री रोग जैसी सेवाएं शामिल हैं। इससे न केवल छात्रों को व्यापक दृष्टिकोण की चिकित्सा शिक्षा प्राप्त होगी, बल्कि यह आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को वैज्ञानिक एवं व्यावसायिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में भी मील का पत्थर साबित होगा। स्थानीय लोगों और चिकित्सा जगत में इसे पूर्वांचल के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
